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________________ * संबोधि और त्रिगुणात्मक अभिव्यक्ति * कुछ क्रांति खड़ी करता है। उसमें भी अगर राजनीतिज्ञ होने वाला उपद्रव करने की वृत्ति थी। कोई उस पर ध्यान न दे, तो बहुत अड़चन हो...! हो जाती थी। घर में कोई मेहमान आ जाए, तो वह जरूर कोई ___ मुल्ला नसरुद्दीन का लड़का था। तो वह उसके संबंध में सोचता उपद्रव खड़ा कर देता था। मां-बाप परेशान थे। क्योंकि घर में कोई था कि यह क्या बने, क्या न बने! तो उसने एक दिन कुरान रख दी, न हो, तो वह ठीक रहता। लेकिन मेहमान आए, कि वह कुछ पास में एक सौ का नोट रख दिया, और एक तलवार रख दी। | उपद्रव खड़ा कर देगा। क्योंकि मेहमानों का ध्यान किसी और पर सोचा, तलवार उठा लेगा अंदर जाकर कमरे में, तो समझेंगे कि | नहीं होना चाहिए, उस पर ही होना चाहिए। योद्धा बनेगा। कुरान उठा लेगा, तो समझेंगे कि धर्मगुरु, पुरोहित, एक बार तो वह चर्च पर चढ़ गया। और जहां चर्च का त्रिशूल साधु, फकीर, धर्म की यात्रा पर जाएगा। सौ का नोट उठा लेगा, | लगा था ऊपर, उससे जाकर अटक गया। सारा गांव इकट्ठा हो तो समझेंगे कि धन, व्यवसाय, नौकरी, पेशा, कहीं धन कमाएगा। गया। और लोग चिल्ला रहे हैं कि तू उतर आ वापस। किसी दूसरे छिपकर देखता रहा। लड़का अंदर गया। वह नसरुद्दीन का ही की चढ़ने की हिम्मत भी नहीं उस चर्च की मीनार पर। और वह वहां लड़का था। उसने कुरान उठाकर बगल में दबाई; सौ का नोट खीसे प्रसन्नता से खड़ा है। में रखा; तलवार लेकर चल पड़ा। नसरुद्दीन ने कहा, यह | | जब उसके बाप ने उससे पूछा कि तू चाहता क्या था वहां राजनीतिज्ञ बनेगा! उसने कुछ छोड़ा ही नहीं। तीनों चीजें ले गया। चढ़कर? उसने कहा, क्या चाहता था? पूरा गांव देख ले! वह जो रजोगुण से भरा हुआ व्यक्तित्व है...। वह इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बना। जीन पियागे ने बहुत अध्ययन किया है छोटे बच्चों का चालीस लार्ड क्लाइव को हिंदुस्तान भेजा गया था। और कुल कारण वर्षों तक निरंतर। उसका कहना है, पहले दिन से भी लक्षण अलंग | इतना था कि मां-बाप परेशान हो गए। उसके उपद्रव से पूरा गांव हो जाते हैं। वह जो तमोगुण-प्रधान बच्चा है, वह पड़ा रहता है। परेशान हो गया। एक बार बाप एक साइकिल खरीद लाया क्लाइव मां के पेट से जन्म के बाद भी वह तेईस घंटे, बाईस घंटे सोता है। के लिए। उसकी मां ने कहा, यह किस लिए लाए हो? क्या इससे वह जो रजोगण-प्रधान है. वह हाथ-पैर चलाने लगता है. चीजों इसके उपद्रव कम हो जाएंगे। उसके बाप ने कहा. उपद्रव कम नहीं को पकड़ने की कोशिश शुरू कर देता है, चीखता-चिल्लाता है। | होंगे; क्षेत्र थोड़ा बड़ा हो जाएगा। यहीं-यहीं मोहल्ले में परेशान वह खबर देता है कि मैं हूं। मेरी तरफ ध्यान दो। उसके | | किए दे रहा है। क्षेत्र जरा बड़ा हो जाएगा। साइकिल हाथ में रहेगी, चीखने-चिल्लाने का मतलब है कि क्या, मेरी तरफ कोई ध्यान नहीं | | तो पूरे गांव को परेशान करेगा। तो थोड़ी मात्रा कम हो जाएगी। बड़ा दे रहा? ध्यान दो, मैं भी यहां हूं! क्षेत्र होगा, उपद्रव बंट जाएगा। हम परेशान हो गए। अब कोई और वह जो सत्वगुण-प्रधान है, अक्सर उसकी आंखें खुल जाएंगी | उपाय नहीं। और एकटक एक तरफ देखता रहेगा। उसने ध्यान के कुछ प्रयोग गांव में जोर की वर्षा हुई; पानी भर गया नालियों में। तो क्लाइव पिछले जन्मों में साधे होंगे। तो उसकी आंखें अक्सर एकटक, एक के घर में और मोहल्ले में सबसे ज्यादा पानी था। और घर में पानी जगह उलझ जाएंगी। चीजों में उसका उतना रस नहीं होगा। इधर से | | भरने लगा। सब हैरान हुए कि क्लाइव कहां है! उधर, यह देखना, वह देखना नहीं; यह पकड़ना, वह पकड़ना __ वह नाली में लेटा हुआ था पानी रोके हुए, ताकि वह घर में भर नहीं। शरीर उसका शांत होगा और आंखें थिर होंगी। उसकी आंखों | जाए पानी! उसको निकालकर उसके बाप ने फौरन मिलिट्री में भेज की थिरता कहेगी कि भीतर एक सात्विकता है। दिया। उसने कहा कि इसको यहां रोकना ठीक ही नहीं। यह जब मरते वक्त हम अपना अगला जन्म निश्चित कर रहे हैं। जो गुण | | तक मरेगा-मारेगा नहीं...यह तो उपद्रव है! सघन हो जाता है, वही हमें अगले जन्म की यात्रा पर भेद पैदा | वह आदमी, लार्ड क्लाइव, हिंदुस्तान में अंग्रेजों का राज्य जमाने करता है। | में बड़े से बड़ा आधार सिद्ध हुआ। रजोगुण के बढ़ने पर मृत्यु को प्राप्त होकर कर्मों की आसक्ति | | रजोगुण से भरा हुआ व्यक्ति कुछ विक्षिप्त कर्मों में दौड़ना चाहता वाले मनुष्यों में उत्पन्न होता है। | है। अहंकार प्रकट होकर दिखाई पड़े; अहंकार सूरज की तरह जले आपने नाम सुना डिजरायली का। छोटा बच्चा था, तो कुछ भी और हजारों लोग देखें; बस, वही उसकी कामना होती है। 79
SR No.002410
Book TitleGita Darshan Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho Rajnish
PublisherRebel Publishing House Puna
Publication Year1996
Total Pages450
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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