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________________ एस धम्मो सनंतनो से लड़ोगे - हारोगे, थकोगे, बड़े परेशान हो जाओगे । ऐसे ही तो तुम्हारे सौ में से निन्यानबे महात्माओं की दशा है। और परेशान हो गए ! तुमसे ज्यादा परेशान हैं। तुम्हें यह बात दिखायी नहीं पड़ती — कि कभी - कभी साधारण गृहस्थ के चेहरे पर तो कुछ आनंद का भाव भी दिखायी पड़ता है, तुम्हारे तथाकथित साधु-संन्यासियों के चेहरे पर तो आनंद का भाव बिलकुल खो गया है। एकदम जड़ता है। एकदम गहरी उदासी। सब जैसे मरुस्थल हो गया। क्या कारण है ? बातें तो करते हैं कि सब छोड़ देने से आनंद मिलेगा। मिला कहां है ? तुमने किसी जैन मुनि को नाचते देखा है ? प्रसन्न देखा है ? आनंदित देखा है ? छोड़कर मिला क्या है ? छोड़ने से मिलने का कोई संबंध नहीं है। बात उलटी है : मिल जाए तो छूट . जाता है। दीया जलाओ और अंधेरा अपने से नष्ट हो जाता है। ' ऐसी ही घटना उस उपासिका को घट रही थी। वह तल्लीन थी। उसे धीरे- धीरेधीरे उस रस का स्वाद आ रहा था। इस घड़ी में यह खबर आयी कि सब धन लुटा जा रहा है। उसने कहाः ले जाने दे उनको सब | अब कोई चिंता की बात नहीं। तू मेरी इस भावदशा में विघ्न न डाल । चोरों का सरदार भी पीछे-पीछे चला आया था उपासिका की प्रतिक्रिया देखने। वह तो सुनकर अवाक रह गया। वह तो ठिठक गया। 1 अक्सर ऐसा हो जाता है कि पापी तुम्हारे तथाकथित पुण्यात्माओं से जल्दी रूपांतरित हो जाते हैं। वाल्मीकि और अंगुलिमाल ! और अक्सर ऐसा हो जाता है कि अपराधियों में एक तरह की सरलता होती है, जो तुम्हारे प्रतिष्ठित कहे जाने वाले लोगों में नहीं होती । प्रतिष्ठित लोग तो चालाक, चालबाज, कपटी, पाखंडी होते हैं। लेकिन जिनको तुम अपराधी कहते हो, उनमें कपट नहीं होता, चालबाजी नहीं होती। कपट और चालबाजी ही होती, तो वे पकड़े ही क्यों जाते ! पहली बात । जिनमें कपट और चालबाजी है, वे तो पकड़े नहीं गए। वे तो बड़े स्थानों में बैठे हैं; वे तो दिल्ली में विराजमान हैं। जो पकड़ जाते हैं, वे सीधे-सादे लोग हैं, इसीलिए पकड़ जाते हैं। दुनिया में छोटे अपराधी पकड़े जाते हैं। बड़े अपराधी तो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बन जाते हैं। दुनिया में छोटे अपराधी जेलखानों में मिलेंगे; बड़े अपराधियों के नाम पर इतिहास लिखे जाते हैं ! नेपोलियन, और सिकंदर, और चंगेज, और नादिर, और स्टैलिन, और हिटलर, और माओ- सब हत्यारे हैं। लेकिन उनके नाम पर इतिहास लिखे जाते हैं। उनकी गुण-गाथाएं गायी जाती हैं। छोटे-मोटे अपराधी जेलों में सड़ते हैं। बड़े अपराधी इतिहास के निर्माता हो जाते हैं । तुम्हारा सारा इतिहास बड़े अपराधियों की कथाओं का इतिहास है, और कुछ भी नहीं । असली इतिहास नहीं है। असली इतिहास लिखा नहीं गया। असली इतिहास 28
SR No.002389
Book TitleDhammapada 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho Rajnish
PublisherRebel Publishing House Puna
Publication Year1991
Total Pages350
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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