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ऊर्जा को ऊर्ध्वगामी करना
ऊर्जा को ऊर्ध्वगामी करना
1 हली बात है अपनी ऊर्जा को अनुभव करना। पहला प्रश्न इस
1 बात का नहीं है कि, “उसका उपयोग कैसे करना है?" पहली बात है: कैसे उसे अनुभव करना और कैसे उसे सघनता से, उत्कट अभीप्सा से, समग्रता से अनुभव किया जाए। और सौंदर्य यह है कि एक बार तुम अपनी ऊर्जा को अनुभव कर लो तो यह अंतर्बोध भी उठता है कि उसे कैसे उपयोग करना है।
ऊर्जा तुम्हारा मार्गदर्शन करने लगती है। तुम ऊर्जा का मार्गदर्शन नहीं करते इसके विपरीत, ऊर्जा अपने आप से ही गति करने लगती है और तुम बस उसका अनुसरण करते हो। फिर सहजता आती है, फिर मुक्ति आती है।।
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