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________________ 120 ALAMBANAPARIKSA क्षणिक (विषय) 109 पारिमाण्डल्य 5 ग्राहकांशवत् 39 पिण्ड (= सङ्घात) 106, 107 ग्राह्यत्व (= प्रत्ययत्व) 39 प्रतिघात 107 गाह्यांश (= अणु) I, 36, 39 प्रतीत्यसमुत्पन्नता 28 चित्तचैत 28 प्रत्यक्ष 108 'छायावृती 107 प्रत्यय (चतुर्विध) 36, 39 तत्व 22;-वचन 32 प्रमाण (अन्यत् ) 26; (एक) 38 तथताज्ञान 32 प्रयोग 32 तथागत 23 बधिरान्धादि 22 तदाकार(युक्तत्व)हेतु 24, 25, बहिर्वत् VI, 37 27, 29 बह्वाकार 31 तारतम्य 32 बाह्यलक्षण 37 दिग्भागभेद 107, 111 बाह्यवस्तु (मिथ्या) 38, 39 दृष्टान्त (साधारण-) 24, 29 बाह्यार्थ (विना-) 110 द्विचन्द्र II, 4, 28, 29, भाग 38 (मतभेद) 30 मनस् (न षष्ठेन्द्रियम् ) 20-21, 25 द्वयणुकमालम्बनम् 23 -विज्ञान 108, 109, 111, (पानिर्विकल्पज्ञान (लोकोत्तर—) 109 ठिक-) 30 नैय्यायिक 6 रथादिवत् 21 पक्षधर्म 33 रूपादि 107, पक्षस्थापन 27 -असिद्धि 108 पक्षा( = न्याया)न्तर 36 लोकविरोध 36, 37 पञ्चसप्ततिपदार्थ (= विज्ञान) 38 लौकिकज्ञान (शुद्ध-) 109 परपक्ष 26 लौकिकानाम् 37 परमाणु (बाह्यार्थ) 3, (अभिन्न) 35, वादिन (द्वि) 24 (अभेदक) 35, (निरवयव) 34, (अप्र- वास्तवाकार 33 त्यक्ष) 32, (अनिर्धारितस्वभाव) 26. विज्ञप्तिमात्र 108 -सामान्यलक्षणमालम्बनम् 24, (अ- विज्ञानपरिणाम 36 संयुक्तत्वेन आलम्बनत्वम् ) 24, विशिष्टशक्ति 31 -काय 24, (न एकं द्रव्यम् ) 106 विषय (=ज्ञानस्वरूप) 3
SR No.002350
Book TitleAlamban Pariksha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDinnaga, Dharmapala, N Aiyaswami Shastri
PublisherAdyar Library
Publication Year1942
Total Pages142
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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