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* शाश्वत चैत्य-शाश्वती मूलियाँ *. कुल--- ८४६६७००x१८०=....१५२६४०६००० नवग्रेवेयक...................... ३१८) पांच अनुत्तर.......................५)
x १२०=..............३८७६० भवनपति.......७७२०००००x१८०= १३८६६०००००० ति_लोक ..........३१९६४ १२०) १ नंदीश्वरद्वीप) -- )= ........३६१३२०
रुचकद्वीप).......६०x१२४)
कुण्डलद्वीप) जिनचैत्य-
कुल मूत्तियां८,५७,००,२८२ १ ५,४२,५८,३६,०८० शाश्वत जिनमन्दिरों की तथा शाश्वत जिनमत्तियों की उक्त संख्या जाननी।
[गाथा १ से १० तक में] . तदुपरान्त-प्रशाश्वत जिनमन्दिर और जिनमूत्तियों के सम्बन्ध में कहा है कि- . समेतशिखर बंदूं जिनवीश ,
अष्टापद वंदं चौवीश । विमलाचल ने गढ़ गिरनार ,
प्राबू ऊपर जिनवर जुहार ॥११॥