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8 मागसर (पौष) वद २ रविवार दिनांक २५१२-८८ के दिन श्रीमान् मोतीलालजी पारेख के घर पर पगलिये किये। वहाँ पर संघपूजा हुई। उनकी फेक्टरी में भी पगलिये किये। तथा वहाँ पर भी उनकी ओर से संघपूजा हुई। सार्मिक भक्ति रहो ।
ॐ परम पूज्याचार्यदेव ने जोधपुर से पाली तरफ जाने के लिये विहार किया। [५] पाली में प्रवेश और नूतन ध्वजारोहण
* जोधपुर से विहार कर कुण्डी-काण्टाणी-रोहटखालड़ा-घुमटी होकर मागशर [पौष] वद ६ गुरुवार दिनांक २६-१२-८८ के दिन राजस्थान-दीपक परम पूज्य प्राचार्यदेव श्रीमद् विजय सुशील सूरीश्वरजी म. सा. आदि पाली नगर में पधारते हुए । श्री संघ की ओर से बैन्ड युक्त स्वागत हुआ। श्री नवलखाजी पार्श्वनाथ जिनमन्दिर पधारे। वहाँ पूज्य आचार्य श्रीमद् विजय गुणरत्न सूरीश्वरजी म. सा. आदि का सुमिलन हुआ। वयोवृद्ध मुनिराज श्री प्रमोद विजयजी म. भी मिले । श्री नवलखाजी पार्श्वनाथ जिनमन्दिर के प्रतिष्ठा की वर्षगाँठ का आज का ही दिन होने से बन्ने पूज्य प्राचार्य म. सा. को शुभ निश्रा में बावन शिखरबद्ध
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