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१३. तेरहवें नौ
में
१४. चौदहवें
अनुत्तर
वि
मा
न
में
कुल
( ११४ )
तीन सौ
अठारह
३१८
पाँच
५
८४७०२३
एक सी
बीस
१२०
एक सो
बीस
जिन
बिम्ब
१२०
अड़तीस
हजार
एक सौ साठ
३८१६०
प्रत्येक देवलोक में पाँच सभायें होती हैं
-
छह सौ
६००
१५२६४४४ ७६०
* देवलोक में प्रत्येक चैत्य में १८० जिन-बिम्बों की गिनती नीचे प्रमाणे करने में प्राती है
—
(१) मज्जन सभा, (२) अलंकार सभा, (३) सुधर्म सभा, (४) सिद्धायतन सभा और ( ५ ) व्यवसाय सभा