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________________ दीक्षा अपने ५०० शिष्यों के साथ अपापापुरी के महसेन वन में श्रमण भगवान महावीर परमात्मा से . ग्रहण की। २१. दीक्षा तिथि : वैशाख सुदी (११) ग्यारस । (उसी दिन श्रमग भगवान महावीर परमात्मा के प्रथम मुख्य शिष्य बने और प्रभु के पास 'उवन्नेई वा, विगमेइ वा, धुवेइ वा' रूप त्रिपदी सुन कर पहले गणधर हुए।) . २२. दीक्षा गुरु : सर्वज्ञ विभु श्रमण भगवान महावीर परमात्मा। २३. दीक्षा के दिन : श्रीअग्निभूति तथा श्रोवायुभूति आदि ____ गुरुबन्धु १० हुए। २४. दीक्षा के दिन : सह दीक्षित ५०० शिष्य । शिष्य-परिवार २५. दीक्षा पर्याय : ४२ वर्ष । (काल) २६. छद्मस्थ पर्याय : ३० वर्ष । ( ५६ )
SR No.002334
Book TitleGandharwad Kavyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1987
Total Pages442
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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