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• आषाढ़ सुद २ रविवार दिनाक २८-६-८७ के दिन प्रातः देवली से विहार करके चाउंडिया गांव पधारे । वहाँ पर भी जिनमन्दिर में दर्शनादि किये। बाद में स्थानक में स्थिरता की। • आषाढ़ सुद ३ सोमवार दिनांक २६-६-८७ के दिन प्रातः चाउंडिया से विहार करके खुशालपुरा में पधारे । श्रीसंघ ने स्वागत किया। वहाँ पर जिनमन्दिर में दर्शनादि किये। बाद में जैन उपाश्रय में स्थिरता की। वहाँ दोपहर में पूज्यपाद आचार्य म. सा. का व्याख्यान हुआ । तथा श्रीसंघ को जिनमन्दिर की शुद्धि अंगे तथा कलश चढ़ाने के बारे में मार्गदर्शन दिया । • आषाढ़ सुद ४ मंगलवार दिनांक ३०-६-८७ के दिन प्रातः खुशालपुरा से विहार करके नीमाजगांव पधारे । श्रीसंघ ने स्वागत किया। वहाँ पर जिनमन्दिर में दर्शनादि करने के बाद, जैन उपाश्रय में परमपूज्य आचार्य म. सा. का प्रवचन हुआ। प्रांते सर्वमंगल के पश्चात् प्रभावना हुई। • आषाढ़ सुद ५ बुधवार दिनांक १-७-८७ के दिन प्रातः नीमाज से विहार करके जैतारण के बाहर आँखों के अस्पताल के स्थान में पधारे। वहाँ पर स्थिरता की।
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