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• महा (पौष) वद ६ बुधवार दिनांक २१-१-८७ के दिन सुब्रह्म देसुरी से विहार किया और सुमेरतीर्थ में जिनमन्दिर में दर्शनादि किये। बाद में विहार द्वारा बागोल गाँव में पधारते हुए परम पूज्य प्राचार्य म. सा.
आदि का श्रीसंघ ने ढोल-थाली युक्त स्वागत किया। व्याख्यान के बाद शा. रतनचन्द दलीचन्दजी कोठारी के घर पर चतुर्विध संघ सहित पूज्यपाद प्रा. म. सा. पधारे । वहाँ पर ज्ञानपूजन एवं मांगलिक के बाद संघपूजा हुई । • महा (पौष) वद ७ गुरुवार दिनांक २२-१-८७ के दिन बागोल से डायलाना गाँव विहार द्वारा पधारते हुए पूज्यपाद आचार्य म. सा. आदि का श्रीसंघ ने बेन्ड आदि युक्त भव्य स्वागत किया तथा व्याख्यान के बाद प्रभावना भी की। स्कूल में भी पूज्यपाद प्रा. म. सा. का प्रभावशाली प्रवचन हुआ। श्री शान्तिनाथजिनमन्दिर के सामने बने हुए नूतन जिनमन्दिर के सम्बन्ध में पूज्यपादश्री ने श्रीसंघ को मार्गदर्शन दिया।
• महा (पौष) वद ८ शुक्रवार दिनांक २३-१-८७ के दिन डायलाना से विहार द्वारा सेवाखिमाड़ा गाँव में पधारते हुए परम पूज्य आचार्य म. सा. आदि का स्वागत श्रीसंघ ने बेन्ड आदि युक्त किया तथा व्याख्यान के बाद
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