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________________ गणधरवाद ( हिन्दीभाषा में ) विषयानुक्रमणिका ० Wी क्र.सं. शीर्षकनाम १ गणधरवाद का प्रारम्भ २ मुख्य ग्यारह ब्राह्मण पण्डित ३ पहले गणधर श्रीइन्द्रभूति ( जीव-प्रात्मा का संशय ) ४ दूसरे गणधर श्रीअग्निभूति ( कर्म का संशय ) ५ तीसरे गणधर श्रीवायुभूति ( शरीर ही जीव है ? संशय ) ६ चौथे गणधर श्रीव्यक्तजी ( पंचभूत के अस्तित्व में संशय ) ७ पाँचवें गणधर श्रीसुधर्मास्वामी ( 'जैसा यहाँ वैसा ही जन्म परभव में' संशय ) ८ छठे गणधर श्रीमण्डिनजी ( बन्ध-मोक्ष का संशय ) ६ सातवें गणधर श्रीमौर्यपुत्र ( देवविषयक संशय ) १०७ १० आठवें गणधर श्रीप्रकम्पित ( नारकविषयक संशय ) ११४ ११ नौवें गणधर श्रीअचलभ्राता ( पुण्यपापविषयक संशय ) १२१ १२ दसवें गणधर श्रीमेतार्य ( परभवविषयक संशय ) १२७ १३ ग्यारहवें गणधर श्रीप्रभास ( मोक्षविजयक संशय ) १४ उपसंहार १४५ १५ अनुपम शासनप्रभावना १४७ 88
SR No.002334
Book TitleGandharwad Kavyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1987
Total Pages442
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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