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________________ आचार्य भगवंत श्री कलापूर्णसूरीश्वरजी म.सा. के यहाँ पधारने पर ही संभव होगा । इस वर्ष आचार्य भगवंत का चातुर्मास फलोदी (राज.) में हैं । विशिष्टता चौदवीं सदी के प्रारंभ में हुवे दानवीर शेठ श्री जगडूशाह का यहाँ भी महल रहने का उल्लेख है अतः यहाँ का इतिहास प्राचीनता के साथ अतीव गौरवमयी है । जगडूशाह अतीव दानवीर धर्मवीर व कर्मवीर शेठ हुवे, जिन्होंने बिना किसी जाती, पंथ व समुदाय आदि भेद के सबके लिये दानशालाएँ ही नहीं अपितु पूजा-पाठ हेतु धर्म स्थानों का भी निर्माण करवाकर जैन शासन का गौरव बढ़ाते हुवे पुण्योपार्जन का कार्य किया जो आज भी याद दिलाता है व प्रेरणाप्रद है । यह तीर्थ कच्छ वागड का प्राचीन, गौरवमयी, कलात्मक व भव्य तीर्थ रहा है । प्रभु से प्रार्थना है इसका पुनः यथाशिघ्र जीर्णोद्वार होकर गौरवमयी इतिहास को सदा के लिये कायम रखे । इसके अतिरिक्त आज यहाँ और अन्य मन्दिर कोई मन्दिर नहीं हैं । कला और सौन्दर्य मनोरम व भावात्मक है । प्राचीन प्रभु प्रतिमा अतीव कलात्मक मन्दिर को भूकंप में क्षति पहुँचने के कारण सभी कलात्मक अवशेष भूमीगत हो चुके हैं । मार्ग दर्शन यहाँ का रेल्वे स्टेशन कटारिया मन्दिर से लगभग 1/2 कि. मी. दूर है । यहाँ से भुज 105 कि. मी. लाकडिया 7 कि. मी. दूर है । गांव में आटो, टेक्सी आदि सवारी का साधन है । सुविधाएँ हाल ही भुकंप के कारण क्षति पहुँचने से वर्तमान में यहाँ कोई सुविधा नहीं है । धर्मशाला आदि बनाने की योजना चालू है । पेढ़ी शेठ वर्धमान आनन्दजी पेढ़ी, वल्लभपुरी पोस्ट : कटारिया -370145. जिला : कच्छ (गुजराज), फोन : 02837-73341. (पेढ़ी) पी.पी. 02832-51816. फेक्स: 02832-52816. odai VA S H 64 H Dudhaio Tapero Lakhapar o श्री महावीर भगवान-कटारिया ANJAR Adipuro GANDHIDHAM Chobari Manfera BHACHAU Bhimaser (8A Chirai I Adho 28 Chitrod 35 Samakhiyari Lakadia Wandh Jangi 15 o Suraj Bart MALIA KH 569
SR No.002332
Book TitleTirth Darshan Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages264
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size48 MB
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