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________________ श्री ढीमा तीर्थ तीर्थाधिराज तीर्थ स्थल प्राचीनता इस तीर्थ की प्राचीनता का इतिहास मिलना कठिन सा है । श्री कुमारपाल राजा ने इस तीर्थ का जीर्णोद्धार करवाया था, ऐसी किंवदन्ति है । विशिष्टता कुमारपाल राजा द्वारा जीर्णोद्धार करवाये जाने के कारण इस प्राचीन तीर्थ की मुख्यतः विशेषता है । अभी पुनः जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। अन्य मन्दिर वर्तमान में इसके अतिरिक्त यहाँ और कोई मन्दिर नहीं हैं । कला और सौन्दर्य कला विशिष्ट है । प्रभु प्रतिमा की प्राचीन 502 श्री पार्श्वनाथ भगवान (श्वे. मन्दिर ) । ढ़ीमा गाँव में । मार्ग दर्शन नजदीक का रेल्वे स्टेशन डीसा हैं। I जहाँ से टेक्सी व बस की सुविधा है । मन्दिर तक कार व बस जा सकती है । यहाँ से थराद तीर्थ 14 कि. मी. भोरोल तीर्थ 9 कि. मी. व वाव तीर्थ 12 कि. मी. दूर है । सभी जगहों से बस व टेक्सी का साधन है। सुविधाएँ मन्दिर के निकट उपाश्रय है, परन्तु वर्तमान में ठहरने की कोई खास सुविधा नहीं है । अतः निकट के तीर्थ स्थलों में ठहरकर आना सुविधाजनक है । पेढ़ी श्री श्वेताम्बर जैन मूर्तिपूजक संघ, पोस्ट : दीमा -385 566. जिला : बनासकांढा, प्रान्त: गुजरात, फोन : 02740-26427. 02740-26411 पी.पी. श्री पार्श्वनाथ मन्दिर ढ़ीमा
SR No.002332
Book TitleTirth Darshan Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages264
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size48 MB
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