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________________ प्राचीन प्रतिमा की पुनः प्रतिष्ठापना की गई होगी । विशिष्टता यहाँ पर प्रति वर्ष पोष कृष्ण दशमी को ध्वजा चढ़ाई जाती है व मेला लगता है । इस अवसर पर हजारों यात्रीगण इकट्ठे होते है । इस इलाके के भील लोग भी हजारों की तादाद में आकर श्रद्धा व भक्ति पूर्वक प्रभु का गुणगान करते हैं। इन भील लोंगों में श्री शान्तिनाथ प्रभु, श्री कालाबाबा व खामणा देव के नाम से प्रचलित हैं । इस तीर्थ स्थल पर अनेकों प्रकार के चमत्कार प्रायः होते रहते हैं । एक समय चन्द दिनों तक नागदेव आकर प्रभु प्रतिमा से लिपट जाते थे । उस समय उपस्थित भक्त जनों की श्रद्धा व विनती पर अदृश्य हो जाया करते थे । एक अन्य अवसर पर प्रभु की प्रतिमा से लगातार अमृत रूपी अमी झरकर प्रभु के चरणों में केशरिया दूध सा प्रतीत होने लगा । उस अवसर पर उपस्थित अनेकों भक्त जनों को भगवान के इस दिव्य रूप के दर्शन का पावन लाभ मिला था । बहुत ही जल्द मन्दिर के जीर्णोद्धार की योजना है । यह भी मालवे की पंचतीर्थी का एक स्थान है । अन्य मन्दिर वर्तमान में यहाँ पर यही एक मन्दिर हैं । कला और सौन्दर्य मन्दिर में काँच, सिपनी व मीनाकारी आदि का काम विभिन्न कलायुक्त, अति सुन्दर प्रतीत होता है । कलाकारों ने मन्दिर में कोई जगह खाली नहीं रखी । मार्ग दर्शन यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन इन्दौर लगभग 81 कि. मी. है । नजदीक का बड़ा गाँव धार 35 कि. मी. राजगढ़ 10 कि. मी. व सरदारपुरा 5 कि. मी. दूर है । इन स्थानों से बस व टेक्सी की सुविधाएँ है। मन्दिर तक पक्की सड़क है । सुविधाएँ ठहरने के लिए मन्दिर के निकट ही धर्मशाला है, जहाँ पानी, बिजली, बर्तन, ओढ़ने-बिछाने के वस्त्र व भोजनशाला की भी सुविधाएँ उपलब्ध है। पेढी श्री शान्तिनाथ भगवान जैन श्वेताम्बर मन्दिर ट्रस्ट, श्री भोपावर तीर्थ, पोस्ट : भोपावर - 454 111. तालुका : सरदारपुरा, जिला : धार, प्रान्त : मध्यप्रदेश, फोन : 07296-66861 व 66830. 07296-32401 (राजगढ़ आफिस) । FULLuuuuuuuuuny சமாராராமா श्री शान्तिनाथ भगवान-भोपावर 6.8
SR No.002332
Book TitleTirth Darshan Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages264
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size48 MB
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