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________________ प्रतिष्ठित कराया गया । यहाँ के अति चमत्कारी व समकितधारी श्री धन्टाकर्ण महावीर के मन्दिर का प्रतिष्ठापन भी विक्रम संवत् 1980 में इन्हीं आचार्य देव द्वारा संपन्न हुआ । विशिष्टता यहाँ पर प्रत्येक वर्ष आश्विन कृष्णा 14 के दिन वार्षिकोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, जब घन्टाकर्ण महावीर के मन्दिर में जैन विधि से हवन होता है, उस अवसर पर हजारों यात्रीगण एकत्रित होकर प्रभु-भक्ति का लाभ लेते हैं । यहाँ पर घन्टाकर्ण महावीर प्रत्यक्ष व अत्यंत चमत्कारी है जो बावन वीरों में 30वें हैं । वे चौथे गुण स्थान वाले देव माने जाते हैं । यहाँ पर सदैव सैकड़ों की संख्या में भक्तगण श्रद्धा और भक्ति से आकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं । अन्य मन्दिर 8 इस मन्दिर के पास ही 24 देव कुलिकाएँ, घन्टाकर्ण महावीर का भव्य मन्दिर व श्री बुद्धिसागरसूरीश्वरजी का गुरुमन्दिर है । कला और सौन्दर्य यहाँ से लगभग 1.6 कि. मी. (एक मील) की दूरी पर साबरमति नदी के किनारे एक टेकरी पर कोटार्यक के मन्दिर में अनेकों कलापूर्ण प्रतिमाएँ व अवशेष दृष्टिगोचर होते है । इनमें पंचधातु से निर्मित जटायुक्त रेडियम नेत्रवाली श्री शान्तिनाथप्रभु की 129.5 सें. मी. (51 इंच) की पद्मासनस्थ कमलासन में विराजित प्रतिमा अति ही सुन्दर है जिसे केशरियाजी भगवान भी कहते हैं । ऐसी कलात्मक प्रतिमा का दर्शन अन्यत्र दुर्लभ है । इसके निकट एक और टेकरी पर भी जैन । मन्दिरों के अवशेष दिखायी देते हैं जिनमें श्री अजितनाथ भगवान की श्वेत वर्ण प्रतिमा कायोत्सर्ग मुद्रा में 106 सें. मी. (लगभग 372 फुट) अति ही मनोरम प्रतीत होती है जिसपर महिकावती नगरी का लेख उत्कीर्ण है। कहा जाता है श्रीमद् बुद्धिसागरसूरीश्वरजी महाराज यहीं पर ध्यान करते थे व प्रायः कहा करते थे कि यह स्थान जिन प्रतिमाओं व लक्ष्मी का भण्डार है । मार्ग दर्शन तीर्थ स्थान से नजदीक के रेल्वे स्टेशन बीजापुर 10 कि. मी. व पिलवाई रोड़ 5 कि. मी. दूर है, जो अहमदाबाद के पास कलोल-बीजापुर मार्ग में है । यहाँ से गाँधीनगर 33 कि. मी. कलोल 50 कि. मी. महेसाना 50 कि. मी. हिम्मतनगर 40 श्री पद्मप्रभ भगवान-महुड़ी कि. मी. व अहमदाबाद 70 कि. मी. दूर है । सुविधाएँ ठहरने के लिए धर्मशाला है, जहाँ पानी, बिजली, बर्तन, ओढ़ने-बिछाने के वस्त्र व भोजनशाला की सुविधा भी है । एक और धर्मशाला ब्लाक सिस्टम में बनी हुई है, जहाँ पर सारी सुविधाएँ उपलब्ध है । पेढी श्री महडी (मधपरी) जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक ट्रस्ट, पोस्ट : महुड़ी - 382 855. जिला : गांधीनगर (गुज.), फोज : 02763-84626 व 84627. 635
SR No.002332
Book TitleTirth Darshan Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages264
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size48 MB
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