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श्री पार्श्वनाथ जिनालय-नीतोड़ा
श्री बावेश्वरजी महाराज-नीतोड़ा
श्री नीतोड़ा तीर्थ
नीतोड़ा गाँव के मध्य ।
तीर्थाधिराज श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ भगवान, पद्मासनस्थ, श्वेत वर्ण ( श्वे. मन्दिर ) । तीर्थ स्थल प्राचीनता यह स्थान बारहवीं सदी पूर्व का माना जाता है । प्रभु-प्रतिमा के परिकर की गादी पर वि. सं. 1200 का लेख है जिसमें श्री नेमीनाथ भगवान का नाम उत्कीर्ण है । हो सकता है कभी जीर्णोद्धार के समय श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ भगवान के इस प्रतिमा की प्रतिष्ठा करवायी गयी हो । इसी मन्दिर में एक यक्ष की मूर्ति है जिसे बाबेश्वरजी कहते हैं। उसपर वि. सं. 1491 वैशाख शुक्ला 2 का लेख उत्कीर्ण है ।
विशिष्टता
यह तीर्थ छोटी मारवाड़ पंचतीर्थी का एक स्थल है । यहाँ पर विराजित श्री बाबेश्वरजी यक्ष की प्रतिमा अति चमत्कारिक है । श्री बाबेश्वरजी के हाथों में कमन्डल, त्रिशूल, यज्ञसूत्र व नागपाश है व पैरों में खड़ाऊँ हैं, सिर पर श्री तीर्थंकर भगवान की प्रतिमा हैं । अनेकों भक्त यहाँ दर्शनार्थ आते हैं व मानता रखकर अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं । प्रतिवर्ष जेठ शुक्ला छठ को ध्वजा चढ़ाई जाती है । अन्य मन्दिर वर्तमान में इसके अतिरिक्त कोई मन्दिर नहीं है ।
कला और सौन्दर्य इस बावन जिनालय मन्दिर का दृश्य अति ही मनोरम व प्रभु-प्रतिमा विशेष कलात्मक है । श्री बाबेश्वरजी की मूर्ति दर्शनीय व अति प्रभावशाली है ।
मार्ग दर्शन यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन स्वरूपगंज 5 कि. मी. है, जहाँ से बस व टेक्सी की सुविधा है । बस व कार मन्दिर तक जा सकती है। यहाँ से दीयाणा तीर्थ 8 कि. मी. है ।
सुविधाएँ ठहरने के लिए धर्मशाला है जहाँ पानी, बर्तन, बिजली व ओढ़ने-बिछाने के वस्त्रों की सुविधा है ।
पेढ़ी श्री नीतोड़ा जैन देरासर ट्रस्ट, पोस्ट : नीतोड़ा - 307023. स्टेशन : स्वरूपगंज जिला सिरोही, प्रान्त राजस्थान,