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विशिष्टता 8 वि. सं. 1265 में यहाँ नाणकीय गच्छ की गादी रहने का उल्लेख है । प्रतिवर्ष ज्येष्ठ कृष्णा 6 के दिन ध्वजा चढ़ती है ।
अन्य मन्दिर 8 वर्तमान में इसके अतिरिक्त अन्य कोई मन्दिर नहीं है । निकट के गांव चामुंडेरी में श्री आदिनाथ भगवान का मन्दिर दर्शनीय है ।
कला और सौन्दर्य गाँव के बाहर पहाड़ी की ओट में मन्दिर का दृश्य अति ही मनोरम लगता है । प्रभु- प्रतिमा अति ही सुन्दर व प्रभावशाली है ।
मार्ग दर्शन नजदीक का रेल्वे स्टेशन नाणा 3 कि. मी. है। जहाँ से आटो व टेक्सी का साधन है । यहाँ के निकट का गाँव चामून्डेरी 272 कि. मी. दूर है जहाँ से भी आटो व टेक्सी की सुविधा उपलब्ध है। मन्दिर तक कार व बस जा सकती है । सिरोही यहाँ से 45 कि. मी. दूर है ।
सविधाएँ मन्दिर के पास धर्मशाला है. लेकिन वर्तमान में कोई सुविधा नहीं है । नाणा तीर्थ ठहरकर ही आना सुविधाजनक है ।।
पेढ़ी * श्री आदिनाथ जैन पेढ़ी, वेलार । पोस्ट : चामुंडेरी - 306 504. तहसील : वेलार, जिला : पाली, प्रान्त : राजस्थान, फोन : 02933-45153 पी.पी.
श्री आदिनाथ जिनालय-वेलार
श्री वेलार तीर्थ
तीर्थाधिराज श्री आदीश्वर भगवान, श्वेत वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 75 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) ।
तीर्थ स्थल चामुंडेरी गाँव से 27 कि. मी. वेलार गाँव के बाहर, पहाड़ी की ओट में ।
प्राचीनता 8 मन्दिर में स्तम्भों पर वि. सं. 1265 के उत्कीर्ण शिलालेखों से प्रतीत होता है कि इसका प्राचीन नाम 'बधि लाट' था । वि. सं. 1265 में यहाँ के श्रेष्ठी श्री राम व गोस्याक द्वारा इस मन्दिर में रंग-मण्डप बनवाने का लेख उत्कीर्ण है । उस अवसर पर श्री नाणकीय गच्छ के अधीश्वर आचार्य श्री शांतिसूरीश्वरजी यहाँ विराजमान थे । उस समय यहाँ के राजा धाँधल थे ।
उक्त लेख से सिद्ध होता है कि यह मन्दिर उनसे भी प्राचीन है। वर्तमान मूलनायक प्रतिमा पर 1545 का लेख उत्कीर्ण है । जीर्णोद्धार के समय यह प्रतिमा प्रतिष्ठित की गयी होगी, ऐसा प्रतीत होता है ।
वि. सं. 1918 में पुनः जीर्णोद्धार होने के प्रमाण मिलते हैं ।
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