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________________ कला और सौन्दर्य * यह कला व सौन्दर्य का साधन है । मन्दिर तक कार व बस जा सकती है । संगम स्थल है । सुन्दर सरोवर के सन्मुख स्थित इस धाएँ * जियागंज धर्मशाला में ठहरकर यहाँ मन्दिर में विभिन्न प्रकार की कलात्मक चीजें नजर आती दर्शनार्थ आना ही सविधाजनक है । हैं । मूलगुम्बारे के प्रवेश द्वार के दोनों तरफ खड़े पेढ़ी * श्री आदिनाथ भगवान जैन मन्दिर कठगोला द्वारपाल सजीवसे नजर आते हैं । पाषाण में निर्मित पोस्ट : नसीपुर राजबाटि - 742 160. कला का यह अद्वितीय नमूना है । जब द्वारपालों की जिला : मुर्शीदाबाद, प्रान्त : पश्चिम बंगाल, कला ही इस प्रकार अनोखी है तो प्रभु-प्रतिमा का तो फोन : 03483-55715. श्री विमलनाथ मन्दिर किन शब्दों में वर्णन किया जाय । आयम्बलशाला, जियागंज । मार्ग दर्शन * नजदीक का रेल्वे स्टेशन जियागंज लगभग 3 कि. मी. है, जहाँ आटो की सवारी का श्री आदिनाथ भगवान-कठगोला
SR No.002330
Book TitleTirth Darshan Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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