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श्री कठगोला तीर्थ
तीर्थाधिराज * श्री आदीश्वर भगवान, पद्मासनस्थ श्वेत-वर्ण, लगभग 90 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) ।
तीर्थ स्थल * जियागंज स्टेशन से लगभग 3 कि. मी. दूर बरहमपुर मार्ग पर नसीपुर गाँव में लगभग 30 एकड़ विशाल व सुन्दर बगीचे के मध्य।
प्राचीनता * वि. सं. 1933 में बाबू लक्ष्मीपतसिंह ने अपनी मातु श्री महेताब कुंवर से प्रेरणा पाकर विशाल उद्यान के बीच इस भव्य मन्दिर का निर्माण करवाया था । प्रतिमा अति ही प्राचीन, सुन्दर व प्रभाव शाली है ।
विशिष्टता * बंगाल की पंचतीर्थी का यह भी एक तीर्थ स्थान है। इस मन्दिर की निर्माण शैली अति ही रोचक है । इस दो मील विस्तार वाले मनोरम उद्यान में हर वस्तु की निर्माण शैली अति ही सुन्दर व दर्शनीय है।
अन्य मन्दिर * वर्तमान में इसके अतिरिक्त कोई मन्दिर नहीं हैं।
श्री आदिनाथ जिनालय-कठगोला
आदिनाथ जिनालय प्रवेश द्वार-कठगोला
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