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________________ बनाया था । श्रुतधारी आर्य श्री स्थूलिभद्रजी ने यहीं जैन आगमों की वाचना करवाकर ग्यारह अंगों में सुव्यवस्थित किया था । यह पहली वाचना मानी जाती है । अन्य मन्दिर * वर्तमान में इस मन्दिर के अतिरिक्त एक श्वेताम्बर मन्दिर, पाँच दिगम्बर मन्दिर एक दादावाड़ी व गुलजारबाग तालाब के किनारे सुदर्शन सेठ स्मारक व आर्य स्थूलिभद्रजी के स्मारक बने हुए हैं । जो दर्शनीय है । कला और सौन्दर्य * इसी मन्दिर में श्री पार्श्वनाथ भगवान की एक प्राचीन प्रतिमा अति ही मनोरम है । दिगम्बर मन्दिर में भी प्रतिमाएँ अति ही सुन्दर दर्शनीय यहाँ के स्टेट म्यूजियम, जालान संग्रहालय व कानोडिया संग्रहालय में अनेक प्राचीन जिन प्रतिमाएँ दर्शनीय हैं । मार्ग दर्शन * पटना सिटी रेलवे स्टेशन से यह मन्दिर 12 कि. मी. हैं । मन्दिर से 14 कि. मी. दूरी तक कार व बस जा सकती है । गाँव में टेक्सी व आटों का साधन है । गुलजारबाग में स्थित सुदर्शन सेठ सुदर्शन के चरण - गुलजार बाग सेठ व स्थूलिभद्रजी की प्राचीन स्मारिकाएँ पटना सिटी से लगभग 172 कि. मी. दूर हैं । सुविधाएँ * वर्तमान में यहाँ ठहरने के लिए मन्दिर के प्रांगण में धर्मशाला है जहाँ, बिजली पानी की सविधा है। पेढ़ी * श्री पटना ग्रुप आफ जैन श्वेताम्बर टेम्पल कमेटी । बाडा गली, झाऊगंज । पोस्ट : पटनासिटी - 800008. प्रान्त : बिहार, फोन : 0612-645777. Vी . कमजोर पास निकट सेठ सुदर्शन स्वर्गस्थल - गुलजारबाग
SR No.002330
Book TitleTirth Darshan Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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