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________________ भगवन्त के प्राचीन चरण चिन्ह आज भी पर्वत पर मौजूद है । प्रतिवर्ष पोष शुक्ला दशमी को मेला लगता है । अन्य मन्दिर * वर्तमान में इस मन्दिर के अतिरिक्त 4 और मन्दिर व पोन्नूरमलै पर श्री कुन्दकुन्दाचार्य के चरण चिन्ह दर्शनीय हैं । ___ कला और सौन्दर्य * पहाड़ पर के प्राकृतिक, सुन्दर व शान्त वातावरण से मन मुग्ध हो जाता है । यहाँ के शुद्ध व निर्मल परमाणुओं से आत्मा को परम शान्ति का अनुभव होता है । मार्ग दर्शन * यहाँ के नजदीक का रेल्वे स्टेशन दिण्डिवनम 40 कि. मी. है, जहाँ से बस और टेक्सी की सुविधा है । चेन्नई सिटी से लगभग 130 कि. मी. व वन्दवासी से चेतपेट रास्ते 10 कि. मी. है । वन्दवासी से भी टेक्सी व बस की सुविधा है । तलहटी तक कार व बस जा सकती है । तलहटी से पहाड़ तक 330 पगथिये हैं । पोन्नूर गाँव से यह स्थान 3 कि. मी. है । चेन्नई से यहाँ सीधी बस सेवा उपलब्ध है । सुविधाएँ * पोन्नूरमलै की तलेटी में ठहरने के लिए धर्मशाला व गेस्ट हाऊस हैं, जहाँ पानी, बिजली व भोजनशाला की सुविधा है । पहाड़ पर जाने हेतु डोली की भी सुविधा है । पेढ़ी * आचार्य कुन्दकुन्द जैन संस्कृति सेन्टर, पोन्नूरमलै, कुन्दकुन्दनगर । श्री कुन्दकुन्दाचार्य चरण चिन्ह-पोन्नूरमले पोस्ट : वडवणक्कम वाडी - 604505. तहसील : वन्दवासी, जिला : उत्तर आरकाट, प्रान्त : तमिलनाडु, फोन : 04183-25033. கலைநமகக்கதக்காதிருவடி AntarnaPINNUMIDEO நிலை ஆசாரியர் தந்த தந்தர் திருவடி पावन तीर्थ क्षेत्र-पोन्नूरमलै 183
SR No.002330
Book TitleTirth Darshan Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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