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आगम कृति परिचय
| कर्ता
संवत्
6ठी
847
क्र. स्वरूप पे.
कृति विशेषनाम*भाषा*गद्य-पद्य*परिमाण आदि-अंत*प्र.क्र. 841 भाष्य (2) संघदासगणि क्षमाश्रमण सदी 5वीं, | 'नियुक्ति मिश्रित', 'लघुभाष्य * (प्रा.) * पद्य * (उ. 6) गाथा
6490 ग्रं.7600 {काऊण नमोक्कारं, तित्थयराणं...य, आराहण
छिन्नसंसारी।। 649011} {680, 686, 688, 689=4) 842 चूर्णि (3) | अज्ञात
मूल और लघुभाष्य की चूर्णि * (प्रा., सं.) * गद्य * (उ. 6) (गाथा 6490) ग्रं.14787 (मंगलादीणि सत्थाणि मंगल
मज्झाणि...पावति।। कप्पचुण्णी समत्ता।।) (689) 843 टीका (4) 1 क्षेमकीर्तिसूरि,
वि. 1332 | 'बृ.क.सूत्र और लघुभाष्य की टीका', 'सुखावबोधा टीका' * मलयगिरिसूरि
(सं.) * गद्य * (उ. 6), प्रशस्ति श्लोक-21 ग्रं.42600 {प्रकटीकृतनिःश्रेयसपदहेतुस्थविरकल्पजिनकल्पम्। नम्राशेषनरामरकल्पितफलकल्पतरुकल्पम्।।1।।...तन्मिथ्या दुष्कृतं
भूयात्।} {680, 686} 844 | 2 अज्ञात
14वीं सदी | 'मलय. टीका आधारित संक्षेपार्थ' * (सं.) * गद्य * (उ. 6) के पश्चात् (येषां सदागमविकाशविधौ विधित्सा, ...इति सूत्रसंक्षेपार्थः।।)
{681} |845 सज्झाय (5) | देवचंद्रजी उपाध्याय वि. 1767# | (गु.) * पद्य * ढाल 51 सर्वगाथा 95, कळश 8 {स्वस्ति
श्रीमन्दिर {सीमंधर) परम, ...गृह थावोजी । भा०11811)
{1019, 1763, 1764, 177934} 846 छाया (6) 1 घासीलालजी महाराज (#) | वि. 1987# | (सं.) * गद्य * (उ.6) {1503} 2 | घासीलालजी महाराज (#) | वि. 19872 | (अर्वाचीन) भाष्य की स्वोपज्ञ छाया * (सं.) * गद्य * (उ. 6)
(1503} 848 अर्वा. भाष्य घासीलालजी महाराज वि. 2025P (प्रा.) * गद्य * (उ. 6) {पढमे आममभिन्नं, तालपलंब...
णिसेहोऽत्थ संबंधो।।1।1} {1503} 849 अर्वा.चूर्णि | घासीलालजी महाराज |वि. 1987# (सं.) * गद्य * (उ.6) {भविजनहितकारं, ज्ञानवित्तैकसारम्,
कृतभवभयपारं... प्रकल्प्य कथयामीति।।सू० 2011)
{1503) |850 अर्वा.अवचूरि घासीलालजी महाराज वि. 1987# | (अर्वाचीन) भाष्य की स्वोपज्ञ अवचूरि * (सं.) * गद्य * (उ.6)
{पढमे इति। पढमे...नो कप्पइ इत्यादि।} {1503} 851 शब्द., अनु. | जीवराज घेलाभाई दोशी |वि. 1971P | (गु.) * गद्य * (उ. 6) {678}
(10) 852 शब्द., अनु..
छगनलालजी शास्त्री डॉ., वि. 2036# | (हिं.) * गद्य * (उ.6) {1529) विवे. (11) महेन्द्रकुमार रांकावत डॉ. 853 अनु. (12) |1| अमोलकऋषि वि. 1976P | (हिं.) * गद्य * (उ. 6) {679} 854
ठाकरसीभाई करसनजी | वि. 2027P | 'अमोलकऋषिजी कृत (हिं.) अनु. का भाषां.' * (गु.) * गद्य * शाह
(उ.6) {682} 855
3 | कन्हैयालालजी मुनि वि. 2048P | सामान्य स्पष्टीकरणपूर्वक * (हिं.) * गद्य * (उ. 6) {1514}
(कमल) 856
4 दीपरत्नसागरजी वि. 2053P | (गु.) * गद्य * (उ.6) {1463, 1486) 857
5 | दीपरत्नसागरजी वि. 2058P (हिं.) * गद्य * (उ.6) {1474} 858 अन.. विवे. |1| कन्हैयालालजी मुनि वि. 2034P 'विशेष स्पष्टीकरणयुक्त अनु.' * (हिं.) * गद्य * (उ. 6) (13) (कमल)
{683) 859
2 | अमरमुनिजी उपप्रवर्तक वि. 2061P | (हिं.) * गद्य * (उ.6) {1478}
(8)
डॉ.