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11. विपाकसूत्र
495
7/
स्वरूप पे. | कर्ता
संवत् कृति विशेषनाम*भाषा*गद्य-पद्य परिमाण आदि-अंत*प्र.क्र. | वाडीलाल जीवाभाई | वि. 1991P | (अं.) * गद्य * (श्रु. 2) {467} चोक्सी प्रो. डॉ.,
M. C. Modi 496
8 | आनंदसागरजी (वीरपुत्र) | वि. 1992 |(हिं.) * गद्य * (श्रु. 2), प्रशस्ति गाथा-8 {470} 497
गोपालदास जीवाभाई वि. 1996P (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {1433}
पटेल 498 10 अज्ञात
| वि. 2016P | (हिं.) * गद्य * (श्रु. दूसरा) {476} 499
11 उर्मिलाबाई महासतीजी | वि. 2031P | (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {473} 500
| रोशनलाल आर. जैन |वि. 2039P | 'क्वचित् विवेचनयुक्त' * (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) (475) 501 दीपरत्नसागरजी
| (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {1462) 502
14 दीपरत्नसागरजी वि. 2058P | (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) {1470} 503
15 सौभाग्यमुनिजी वि. 2059P | (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) {480} 504 16 | दीपरत्नसागरजी वि. 2066P | 'विशेष स्पष्टीकरणयुक्त' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 2)
{1539} 505 अनु.,
जेठालाल हरिभाई शास्त्री | वि. 1987P | मूल और अभय. टीका का संमिलित अनु. * (गु.) * गद्य * (श्रु. टीकानु. (9)
2) {465, 474} 506 अनु, विवे. |1| उषाबाई महासती वि. 2054P (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {478} | (10)
2 | अमरमनिजी उपप्रवर्तक |वि. 2059P (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) {1527} 3| सुरेन्द्र बोथरा
वि. 2059P | अमरमुनिजी उप. कृत (हिं.) अनु. और विवे. का भाषां. * (अं.)
* गद्य * (श्रु. 2) {1527} 509 टीकानु. | आनंदसागरजी (वीरपुत्र) वि. 1992 | (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) {470}
|(11) 510 अर्वा टीकानु. 1 घासीलालजी महाराज (#) वि. 2008P | ‘स्वोपज्ञ' * (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) {471}
(12) 511
| 2 | घासीलालजी महाराज (१) | वि. 2008P | 'स्वोपज्ञ' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {471} 512 विवे. (13) |1| घासीलालजी महाराज (#) | वि. 2008 (हिं.) * गद्य * (श्रु. 2) {471} 513
2 | घासीलालजी महाराज (#) | वि. 2008P | (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {471} 514
3 दीपरत्नसागरजी | वि. 2066P | ‘टीकानुसारी' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {1539}
507 508
व.
515 मूल (1)
पूर्वाचार्य
12. औपपातिकसूत्र (515-534)
वीरसदी | (प्रा.) * गद्य, पद्य * वि. 2→सूत्र 81+114 ग्रं.1164 {ते णं पहली
| काले णं...सुही सुहं पत्ता।।195 ।।} {483, 484, 485, 486,
487, 488, 489, 490, 491, 492, 493, 494, 495, 496, 497, 498, 499, 500, 501, 502, 503, 1353, 1354, 1356, 1363, 1366, 1373, 1378, 1381, 1393, 1403, 1409, 1411, 1413, 1446, 1510, 1521, 1548338)