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आगम प्रकाशन परिचय
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प्रकाशन नाम एवं परिचय
प्रकाशक {ग्रंथमाला)
संपादक, संशोधक आदि
वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
डॉ.
1705 प्रवचन प्रभावना (प्रथमा मंगल श्रेणी लींबडी जिनागम संशो.-रत्नचंद्रजी मुनि, 2024 (अ.) 168 (P) गाथा 537) {आचा.सूत्र आदि आगमों ज्ञानभंडार
अनु.-भोगीलाल पटेल पं., का सूक्तसंग्रह -छाया और (गु.)
संपा.-शामजी मुनि अनु.युक्त, स्थाननिर्देश सहित)
{दे.ना.} [T] {#} 1706 पिंडनियुक्ति पराग {पिंड.सूत्र अंबालाल रतनचंद जैन संपा.-नित्यानंदविजयजी पं. 2035 (2) |336 (D)
| पिंडविशुद्धि का नित्यानंदविजयजी पं. धार्मिक ट्रस्ट कृत अंशसंग्रह (गु.) विवे.युक्त आदि)
{गु.} [T] {1035, 1184} 1707 आगम तीर्थ (आगम-साहित्य के प्राकृत भारती अकादमी |संक., पद्य.वाद.-हरिराम आचार्य 2036 (1) |172 (D)
विशिष्ट पद्यों का हिन्दी काव्यानुवाद) |{पुष्प 4} {आगम साहित्य के विशिष्ट पद्यों (सूक्तो) -232 सह (हिं.) पद्यानु.
विषयनिर्देशयुक्त} {दे.ना.} {#} 1708| आगम वाणी (आचारांग सूत्रना प्रथम साराभाई मोहनलाल शाह |संक.-अभयसागरजी पंन्यास |2039 (1)
अने चतुर्थ अध्ययनना सुभाषितोनो सुंदर संग्रह) {आचा.सूत्र आधारित (गु.) सूक्तसंग्रह (अ.1, 4था))
{गु.} {#} 1709 | महावीर वाणी {आगम आदि के नगीनभाई मंछुभाई जैन संक.-श्रीचंद रामपुरीया |2040 (1) 368 (C)
आधार से विविध विषयक उपदेशी साहित्योद्धार फंड
(गु.) सूक्तसंग्रह) {गु.) [T] {2} 1710 भगवान महावीरे शंकडं? {उत्त.सूत्र, राजेन्द्रसूरि जैन ज्ञानमंदिर, संक., विवे.-जयंतसेनसूरि, 2044 (2) 286 (D) सू.कृ.सूत्र आदि 11 आगम का अमदावाद
संपा.-नेमिचंद्र जैन डॉ. सूक्तसंग्रह (गु.) अनु., विवे.युक्त
स्थाननिर्देशयुक्त} {गु.} {#} 1711 अध्यात्म-शांति-सागर अने आगम-प्रभा शांतिलाल केशवलाल पं. संग्रा.-शांतिलाल केशवलाल |2046 (1) 348 (B)
| {आचा.सूत्र, सू.कृ.सूत्र और उत्त.सूत्र (सिद्धांत पाक्षिक) पंडित
का अंशसंग्रह (गु.) अनु.युक्त आदि)
| {गु., दे.ना.} {#} | 1712 आचार प्रबोधिनी {आचा.सूत्र का प्राण परिमल प्रकाशन | अप्रदर्शित
2048 (1) 84 (E) वाचंयमाश्रीजी कृत अंशसंग्रह ट्रस्ट {पुष्प 4} आधारित किरणबाई साध्वीजी कृत
पद्यमय (गु.) अंशसंग्रह) {गु.} {#} 1713 JINA-VACHANA (जिन-वचन) मुंबई जैन युवक संघ संक., अनु.-रमणलाल ची. शाह 2051 208 (B) {दश.सूत्र, उत्त.सूत्र, सू.कृ.सूत्र,
(पु.मु.) आचा.सूत्र और प्रश्न.सूत्र से उद्धृत सूक्तों का संग्रह (गु., हिं., अं.)
अनु.युक्त ) {दे.ना.,गु.,रो.} {2} | 1714| आचाराग के सूक्त (आचा.सूत्र का |जैन विश्व भारती, (P)
जैन विश्व भारती, (P) सक., अनु.-श्राचद रामपुरा
संक., अनु.-श्रीचंद रामपुरीया |2053 (2) |212 (D) अंशसंग्रह (हिं.) अनु.युक्त [श्रु.1]} जैन श्वेतांबर तेरापंथी {दे.ना.} [T] {#}
सभा, सुरत 1715 आगम मोती (भग.सूत्र आदि आगम । गौतम प्रकाशन
लेखक-नम्रमुनि
2054 (अ.) 128 (C) आधारित पदार्थबोधात्मक (गु.)