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________________ 272 क्र. प्रकाशन नाम एवं परिचय विषय. परिमाण कर्ता आदि और | उनके व्याख्या साहित्य का परिचय) (दे.ना.) (0) 1697 त्ति बेमि (आचा. सूत्र की कल्पतरुविजयजी पं. की (गु.) वाचना का सार} {गु.} {#} 1698 आगमनी सरगम (सचित्र) (आगम की 6 वाचना और 45 आगम का संक्षिप्त (गु.) परिचय, | पाक्षिकसूत्र- नंदीसूत्र- आगम पूजा आदि के आधार से आगमो की संख्या एवं विभागों का वर्गीकरण (सचित्र)} {गु.} {# } 1699 कल्प संहिता कल्पसूत्र का (हिं.) | सारांश विभागीकरणयुक्त) (दे.ना.) (0) 78. आगम परिचय (संक्षिप्त) प्रकाशक ( ग्रंथमाला} 1702 जैनागम सूक्ति-सुधा (उत्त सूत्र, दश. सूत्र, आव. सूत्र, सू. कृ. सूत्र आदि आगमों से संग्रहित विविध विषयक सूक्तसंग्रह (हिं.) अनु-विवे. युक्त, स्थाननिर्देशयुक्त (सूक्त-925) ] भाग 1 दे.ना.) (0) सामखीवाळी जैन संघ, शांतिजिन आराधक मंडळ 1704 पिंडनियुक्ति पराग (पिंड सूत्र और | पिंडविशुद्धि का नित्यानंदविजयजी पं. कृत अंशसंग्रह (गु) विवे. युक्त, दशसूत्र की वृद्धिविजयजी कृत सज्झाय (ढाळ - 5वीं)} {गु., दे.ना. } [T] {1035, 1184} संपादक, संशोधक आदि आगमोद्धारक प्रतिष्ठान परिचयकर्ता कंचनसागरसूरि सूर्योदयसागरसूरि आदि संपा. हेमचंद्रसागरसरि, धनंजय जे. जैन 1700 आगमोपनिषद् (11 अंग, 9 उपांग एवं जिनशासन आराधना ट्रस्ट सारांश, संपा. - 7 प्रकी. सूत्रों का (सं.) सारांश) पुस्तक- 1-17/24 (दे.ना.) (8) कल्याणबोधिसूरि वाचना. कल्पतरुविजयजी गणि, संपा. मुक्तिचंद्रविजयजी पंन्यास, मुनिचंद्रविजयजी पंन्यास | मैत्री चेरीटेबल फाउन्डेशन लेखक-निधि साध्वी, | कृपा साध्वी 1701 जाग सके तो जाग : आचारांग संहिता मैत्री चेरीटेबल फाउन्डेशन लेखक-निधि साध्वी, ( आचारांग सूत्र की मार्गदर्शिका) कृपा साध्वी { आचा. सूत्र का (हिं.) सारांश सूत्रसंदर्भ एवं विभागीकरणयुक्त) {दे.ना.} {#} 79. आगम सूक्तसंग्रह (1702-1725) अमोल जैन ज्ञानालय (#) ब्यावर 1703 जागरण (आचाराङ्ग-सूत्र के प्रथम, गुरुकुल प्रिन्टींग प्रेस, द्वितीय और तृतीय अध्ययन के सूक्तवाक्यों का संकलन) ( आचा. सूत्र का मिश्रीमलजी मुनि कृत सूक्तसंग्रह (हिं.) अनु. युक्त [ श्रु. 1 अ.3]} दे.ना.) [T] (#) {आत्म-कमल-दान-प्रेमजंबूसूरि जैन कल्याण | ग्रंथमाळा 51 } संग्रा. कल्याणऋषि, अनु., विवे., संपा. रतनलाल संघवी पंडित, संपा. मिश्रीमलजी मुनि जंबूस्वामी जैन मुक्ताबाई संपा. नित्यानंदविजयजी पं. आगममंदिर वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 2063 (#) (अ.) 2064 (1) 2067 (1) 20682069 (1) 2006 (1) 240 (C) |96 (C) 2022 (1) 344 (B) | 2069 (1) 390 (B) 96+136+ 120...=1656 (F) 515 (C) 2006 (1) 97 (D) 360 (D)
SR No.002326
Book TitleAgam Prakashan Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirav B Dagli
PublisherGitarth Ganga
Publication Year2015
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size12 MB
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