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प्रकाशन परिचय का प्रात्यक्षिक (Demo)
(केवल समझने हेतु) प्रकाशन परिचय अंतर्गत प्रदर्शित की गई प्रकाशन संबंधित जानकारियों का परिचय यहाँ प्रात्यक्षिक के माध्यम से दिया गया है । प्रात्यक्षिक में प्रदर्शित उदाहरणों को शीर्षक क्रमांक 7-12 द्वारा विभाजित किये गये हैं एवं एक ही शीर्षक क्रमांक अंतर्गत दिए गए एकाधिक उदाहरणों को A,A,A की संज्ञा से दर्शाया गया हैं ।
विशेष :- शीर्षक क्रमांक से 2 एवं A,B, A आदि संज्ञा का इस प्रकाशन सूची से कोई संबंध नहीं है, केवल इस प्रात्यक्षिक को समझाने हेतु इनका उपयोग किया गया है ।
| AR आचारांग सूत्रम् भावानुवाद
3 {आचा.सूत्र सह नियुक्ति, आगमो- संपा.- | 2064-|
शीलांकी टीका, रत्नज्योतविजयजी | द्धारक पूर्णचंद्र- ____20694722 पं. कृत (गु.)अनु.(श्रु.1),टीकानु.) श्रुतसेवा सागरजी
6230+374+482 भाग 1-3 समिति,(P) गणि ,
=1086 6 {आगम मूल/टीकागत अल्प- आगमोदय पूर्व संशो., (1) 6284+296+320... परिचित सैद्धांतिक (प्रा./सं.) समिति पूर्व संपा.
=1576 शब्द→विविध टीका/चूर्णि गत। | {श्रेणी 20} सागरानंद(प्रा./सं.) शब्दार्थात्मक साक्षीपाठ, स्थाननिर्देशयुक्त (अ.., क.., ट..,
A (B) फ.., श..) एवं परि.गत देशीनाममाला का (देशीशब्द→सं.) शब्दकोश) भाग 1-5
A {आचा.सूत्र सह चूर्णि} 4र (दे.ना.,गु.) 2 [T,S]
A {1,2,4,39,52} {#}
सरि
D (P)
उपरोक्त प्रात्यक्षिक (Demo) में निर्दिष्ट शीर्षक क्रमांकानुसार
प्रकाशन परिचय का विवरण
जो प्रकाशन क्रमांक :→ आगमिक अनुक्रमणिका में दिए गए आगमिक विभागों के क्रमानुसार यहाँ पर प्रकाशनों के क्रमांक दिए
गए हैं, विशेषता यह है कि प्रत्येक आगमिक विभाग अंतर्गत प्रकाशन संवत् के क्रम से और एक ही प्रकाशन संवत् अंतर्गत प्रकाशक के अकारादि क्रम से प्रकाशन क्रमांक दिए गए हैं ।