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________________ 214 46. कल्पसूत्र संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) संपा.-राजकीर्तिसागरजी पंन्यास 2067 (1) |272 (P) प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक {ग्रंथमाला) भाषान्तर (कल्पसूत्र (सचित्र) का विहार जैन ट्रस्ट लब्धिसूरिजी (2) कृत खीमशाही बा.बो. अनुसारी (गु.) अनु.) भाग 1-2 {गु.) {1396) कल्पसूत्रम् (बारसासूत्रम्) (सचित्र) सुबोध श्रेणी प्रकाशन (युगप्रधानश्री कालिकाचार्य कथाद्वय संयुक्तं सचित्रम्) (कल्पसूत्र (सचित्र) का बेचरदास जीवराज दोशी पं. कृत (गु.) अनु.} {गु.} {1389) 1273 कल्पसूत्रना व्याख्यान (कल्पसूत्र के अर्हद धर्म प्रभावक ट्रस्ट सुबोधिका टीकानुसारी हृदयरत्नविजयजी कृत (गु.) प्रव., माणेकविजयजी कृत सज्झाय} {गु.} {1375, 1435) 1273 सचित्र-बारसा (कल्प) सूत्रम् मोक्षपथ प्रकाशन (1) {कल्पसूत्र मूल} {दे.ना.} {1359) संपा.-हदयरत्नविजयजी 2069 (1) 238 (P) संपा.-रम्यदर्शनविजयजी |2070 (1) 283 (P) 47. यतिजीतकल्पसूत्र (1274-1276) 1274 जइ-जीय-कप्पो (यति-जीत-कल्पः) आगमोद्धारक जैन संशो.-लाभसागरजी पंन्यास 2028 (अ.) [178 (B) {यति.सूत्र सह साधुरत्नसूरिजीकृत ग्रंथमाला {ग्रंथांक 51) टीका) {दे.ना. [S] {1438, 1439) | 1275 जइ-जीय-कप्पो (यति-जीत-कल्पः) शांतिनाथ भगवान जेन पूर्व संशो.-लाभसागरजी पंन्यास 2063 (अ.) |172 (B) {यति.सूत्र सह साधुरत्नसूरिजीकृत देरासर ट्रस्ट, (P) टीका) (दे.ना.) [S] {1438, 1439) आगमोद्धारक जैन ग्रंथमाला 1276 जइजीयकप्पो (यतिजीतकल्प:) परम धर्म प्रकाशन संपा.-नयभद्रविजयजी 2069 (1) 224 (C) {यतिजीतकल्प सह साधुरत्नसूरिजी कृत टीका} {दे.ना., गु.) [T,S] {1438, 1439) 48. श्राद्धजीतकल्पसूत्र (1277-1278) 1277 सङ्क-जीयकप्पो (श्राद्धजीतकल्प:) |आगमोद्धारक जैन संशो.-लाभसागरजी पंन्यास |2027 (अ.) |100 (B) {श्रा.जीत.सूत्र सह सोमतिलकसूरिजी | ग्रंथमाला (ग्रंथांक 45) कृत टीका)(दे.ना.} [3]{1440, 1441)| 1278 सङ्क-जीयकप्पो (श्राद्धजीतकल्पः) जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक पूर्व संशो.-लाभसागरजी पंन्यास 2063 (अ.) 94 (B) | {श्रा.जीत.सूत्र सह सोमतिलकसूरिजी संघ, मढी., (P) कृत टीका} {दे.ना.)[3]{1440, 1441)| आगमोद्धारक जैन ग्रंथमाला 1278 सङ्ग-जीयकप्पो (श्राद्धजीतकल्पः) परम धर्म प्रकाशन संपा.-नयभद्रविजयजी 2069 (1) 120 (B) {श्राद्धजीतकल्प सह धर्मघोषसूरिजी कृत स्वोपज्ञ टीका} {दे.ना., गु.) [3] {1440, 1440a) 49. पंचकल्पभाष्य (1279-1282) आगमोद्धारक जैन संशो.-लाभसागरजी पंन्यास ग्रंथमाला {ग्रंथांक 52} 1279 पंचकप्पभासं (पञ्चकल्पभाष्यम्) {पञ्च.भाष्य मूल} {दे.ना.} [s] (1442) 2028 (अ.) 330 (C)
SR No.002326
Book TitleAgam Prakashan Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirav B Dagli
PublisherGitarth Ganga
Publication Year2015
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size12 MB
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