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________________ 168 | प्रकाशन नाम एवं परिचय भद्रंकरसूरिजी कृत छाया, (गु.) अनु.) {गु., दे.ना.} {876, 919, 957 } 808 उत्तराध्ययन का शैली वैज्ञानिक अध्ययन (उत्त. सूत्र की शैली संबंधित | अमितजी साध्वी फूल (हिं.) | शोधग्रंथ) देना. [8] (1019) 809 उत्तराध्ययनसूत्रं (उत्तराध्ययन सूत्रम्) (उत्त.सूत्र मूल) (दे. ना. गु.) [S] (876) क्र. 810 उत्तराध्ययनसूत्रम् {उत्त. सूत्र सह | भावविजयजी उपा. कृत टीका} {दे.ना., गु.} [T] [876, 884) 811 JAIN SUTRAS | UTTARADHYAYANA {उत्त. सूत्र का हर्मन जेकोबी कृत (अं.) अनु.) {दे.ना. } [T] {946 } 812 उत्तरायणाणि ( उत्त सूत्र मूल) (दे.ना.} (876) 813 उत्तराध्ययन सूत्र ( उत्त. सूत्र सह. पारसमलजी चंडालिया कृत (हिं.) शब्दार्थ, अनु., विवे} भाग 1-2 {दे. ना. } [T] {876, 933} 814 केशी- गौतम बोध प्रबोध (उत्त. सूत्र के | केशी-गौतमीय अध्ययन के वनिताबाई महासतीजी कृत (गु.) प्रव. 110 (अ. 23वाँ), पार्श्वनाथ चरित्रयुक्त) {गु.} {1011} 815 उत्तराध्ययन सूत्र (उत्त. सूत्र सह अज्ञात कर्तृक छाया, (हिं.) अन्व., विवे., शशिकांत झा पं. कृत पद्यानु. } भाग 1-3 (दे.ना. } [T] {876, 928, 944, 988) 816 उत्तराध्ययन सूत्र (उत्त. सूत्र सह शांति मुनिजी कृत छाया (हिं.) अन्व., अनु.) (दे.ना.} {876, 925, 937} 817 उत्तराध्ययन सूत्र (उत्त. सूत्र सह वीरपुत्रजी मुनि कृत (हिं.) अन्व., विवे.) भाग 1-3 (दे. ना. } [T] {876, 943) 818 उत्तराध्ययन सूत्रम् (अ. 1 से 14) {उत्त. सूत्र सह घासी. कृत छाया, टीका, 30. उत्तराध्ययनसूत्र | प्रकाशक (ग्रंथमाला } कमिटी, पदमला जैन विश्व भारती जैनानंद पुस्तकालय सन्मार्ग प्रकाशन [ रामचंद्रसूरि स्मृति संस्कृत प्राकृत ग्रंथमाळा 11 } Shree Publishers & Distributors अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ (रत्न 76 } | अखिल भारतीय सुधर्म | जैन संस्कृति रक्षक संघ (रत्न 125 } वीतराग प्रकाशन | अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ शांति संदेश 23} अखिल भारतीय | साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ (रत्न 51 } संपादक, संशोधक आदि अंबा गुरु शोध संस्थान सौभाग्य गुरु दीक्षा संपादिका अमितप्रज्ञा साध्वी (#) संपा. -Kanhaiyalal Chancharik, | Mahesh K. Jain Dr. संपा. पूर्णचंद्रसागरजी गणि, पूर्व 2001 (1) संशो., पूर्व संपा. सागरानंदमूरि संशो., संपा. मतिरत्नविजयजी 2061 (1) संपा. पारसमल चण्डालिया | सम्यग्ज्ञान प्रचारक मंडळ अप्रदर्शित | संपा. नेमिचंदजी बांठिया, | पारसमल चण्डालिया | संक. हंसाबाई महासती संपा. -शांतिमुनि संपा. वीरपुत्रजी महाराज वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) संपा. सौभाग्यमुनिजी 2061 (अ.) 272 (C) 2062 (1) 2062 (2) 2062 2063 (1) 20622068 (5) 2063 (2) 122 (P) 20512063 (9) 1272 (P) | 256 (C) 2062 (3T.) 592 (C) 316 (E) 428+448= 876 (B) 372+532+ 792=1696 | (B) |852 (B) 224+276+ 318-818 | (D) 2063 (1) 488 (B)
SR No.002326
Book TitleAgam Prakashan Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirav B Dagli
PublisherGitarth Ganga
Publication Year2015
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size12 MB
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