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आगम प्रकाशन परिचय
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वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
645
|2057 (1)
163 (E)
प्रकाशन नाम एवं परिचय
प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि अभ्युदय आगम सुत्ताणि (महानिसीहं) रत्नसागर प्रकाशन निधि |संयो.-जितरत्नसागरसूरि, {महा.सूत्र मूल} भाग 39 {दे.ना.}
संशो.-दीपरत्नसागरजी, [3] {786}
संपा.-चंद्ररत्नसागरसूरि
646 | महानिशीथसूत्रम् (महा.सूत्र मूल) जैनानंद पुस्तकालय |संपा.-पूर्णचंद्रसागरजी गणि, 2061 (1) 234 (P) {दे.ना., गु.} [s] {786}
पूर्व संशो., पूर्व
संपा.-सागरानंदसूरि 647 महानिशीथ सूत्रम् शिंपोली कस्तुर पार्क जैन संशो.-कुलचंद्रसूरि,
2061 284 (P) (विषमपदटीप्पणसमलङ्कृतम्) संघ
संपा.-पद्मसेनविजयजी पंन्यास (पु.मु.) {महा.सूत्र मूल} {दे.ना., गु.} [T, S] {786)
आगम सटीक अनुवाद (महानिशीथ) श्रुत प्रकाशन निधि संपा.-दीपरत्नसागरजी (2) 2066 (अ.) 208 (C) | (महा.सूत्र का दीप.कृत (गु.) अनु.} भाग 30 {गु.} {789)
648
26. व्यवहारसूत्र (649-662) |649 चतुर्विंशतितम व्यवहार सूत्र-प्रथमछेद राजा बहादुर लालासुखदेव संपा.-अमोलकऋषि (#) 1975 (अ.) 192 (P)
{व्यव.सूत्र सह अमोलकऋषिजी कृत सहायजी ज्वालाप्रसादजी (हिं.) अनु.} {दे.ना.} [T]
जौहरी | 1793,803) 650 ववहार सुत्तं (छेद सूत्र) vavahara जीवराज घेलाभाई दोशी संशो.-Walther schubring,
|1982 (1) 197 (P) | suttam {व्यव.सूत्र सह जीवराज
संपा.-जीवराज घेलाभाई दोशी घेलाभाई दोशी डॉ. कृत (गु.) शब्दार्थ,
डॉ. (#) अनु.} {दे.ना.,रो.) [T, S]
{793,804) 651 व्यवहारसूत्रम् (व्यव.सूत्र सह भाष्य, वकील केशवलाल प्रेमचंद, संशो.-माणेक मुनि
1982- 30+108+ मलय.टीका} भाग 1-12 {दे.ना.) त्रिकमलाल उगरचंद
1984 (1) 62...-981
(P) {793,795,796}
वकील 652 व्यवहारसूत्र [छेदसूत्र] {व्यव.सूत्र का जगजीवन रतनशीभाई संपा.-ठाकरसीभाई करसनजी 2028 (अ.) 148 (D) ठाकरसीभाई शाह कृत (गु.) अनु.} बगडिया
शाह (#) {गु.} {805} 65345-आगमसुत्ताणि (ववहार)
आगम श्रुत प्रकाशन संशो., संपा.-दीपरत्नसागरजी |2052 (अ.) 36 (C) {व्यव.सूत्र मूल} {दे.ना., गु.) [s]
{793) 654
व्यवहार भाष्य [VYAVAHAR जैन विश्व भारती प्रधान संपा.-महाप्रज्ञजी आचार्य, 2053 (1) 852 (B) BHASYA] {व्यव.सूत्र भाष्य सह
संपादिका-कुसुमप्रज्ञाश्रीजी डॉ., दुलहराजजी मुनि और कुसुमप्रज्ञाश्रीजी डॉ. कृत (हिं.)
पृथक्करणकार-दुलहराजजी शोधग्रंथ} {दे.ना., रो.} [T]
{795, 816) 655 ववहार सुत्तं (व्यवहार सूत्र) (तृतीय आगम अनुयोग ट्रस्ट, |संयो.-विनयकुमारजी मुनि, 2056 (2) |160 (E) छेद सूत्र) {व्यव.सूत्र मूल} {दे.ना.} अमदावाद
संपा.-कन्हैयालालजी मुनि {793)
(कमल)
कृति
मुनि