________________
150
21. पुष्पिकासूत्र
प्रकाशक {ग्रंथमाला)
संपादक, संशोधक आदि
वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
क्र. प्रकाशन नाम एवं परिचय
{पुष्पिकासूत्र मूल} {दे.ना., गु.} [s]
1697} 613 निरयावलिका पुष्पिका-सूत्रम्
{पुष्पिकासूत्र सह श्रीचंद्रसूरिजी कृत
टीका} {दे.ना.} [S] {697, 698} 614 | पुष्फिया सूत्रं {पुष्पिकासूत्र मूल}
(दे.ना., गु.} [S] {697)
2052 (1)
28 (P)
हर्षपुष्यामृत जैन ग्रंथमाला संशो., संपा.-जिनेन्द्रसूरि ग्रं. 282}
जैनानंद पुस्तकालय
2061 (1) |32 (P)
संपा.-पूर्णचंद्रसागरजी गणि, पूर्व संशो., पूर्व संपा.-सागरानंदसूरि
22. पुष्पचूलिकासूत्र (615-617) हर्षपुष्यामृत जैन ग्रंथमाला संशो., संपा.-जिनेन्द्रसूरि {ग्रं. 283}
2050 (1)
10 (P)
615 निरयावलिका-पुष्पचूलिका-सूत्रम्
{पुष्प.सूत्र सह श्रीचंद्रसूरिजी कृत
टीका} {दे.ना.} [S] {722, 723} 616 | 45-आगमसुत्ताणि (पुष्फचूलियाणं)
{पुष्प.सूत्र मूल} {दे.ना., गु.} [s]
{722} 617 पुष्फचूलिया सूत्रं {पुष्प.सूत्र मूल)
{दे.ना.,गु.) [s] {722}
आगम श्रुत प्रकाशन
संशो., संपा.-दीपरत्नसागरजी |2052 (अ.) 12 (C)
जैनानंद पुस्तकालय
2061 (1)
14 (P)
संपा.-पूर्णचंद्रसागरजी गणि, पूर्व संशो., पूर्व संपा.-सागरानंदसूरि
23. वृष्णिदशासूत्र (618-620) हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला संशो., संपा.-जिनेन्द्रसूरि {ग्रं. 284)
2050 (1)
12 (P)
618 निरयावलिका-वह्निदशा-सूत्रम्
(वृष्णि.सूत्र सह श्रीचंद्रसूरिजी कृत
टीका} {दे.ना.} [S] {745, 746) 619
45-आगमसुत्ताणि (वण्हिदसाणं) | {वृष्णि.सूत्र मूल} {दे.ना., गु.} []
1745) 620 वण्हिदसाणं सूत्रं {वृष्णि.सूत्र मूल)
{दे.ना., गु.} [s] {745)
आगम श्रुत प्रकाशन
संशो., संपा.-दीपरत्नसागरजी |2052 (अ.) |12 (C)
जैनानंद पुस्तकालय
16 (P)
संपा.-पूर्णचंद्रसागरजी गणि, |2061 (1) पूर्व संशो., पूर्व संपा.-सागरानंदसूरि
24. निशीथसूत्र (621-636) |621 निशीथसूत्र {निशीथसूत्र सह राजा बहादुर लालासुखदेव संपा.-अमोलकऋषि (2) 1976 (अ.) 253 (P)
अमोलकऋषिजी कृत (हिं.) अनु.) सहायजी ज्वालाप्रसादजी {दे.ना.} [T] {768, 778}
जौहरी 622 निशीथ सूत्रम् {निशीथसूत्र सह भाणजीभाई धरमशीभाई संशो.-प्रेमसूरि
1995- 204+245+ भाष्य, चूर्णि, 20वें उ. की
1996 (अ.)
1386 (A) श्रीचंद्रसूरिजी कृत टीका) भाग 1-6 (दे.ना.) [s] {768, 769, 770,
771} 623 | निशीथ: एक अध्ययन {निशीथसूत्र का सन्मति ज्ञानपीठ संपा.-दलसुखभाई मालवणिया 2015 (अ.) 88 (C) दलसुखभाई मालवणिया पं. कृत (हिं.)
पंडित (2) शोधग्रंथ} {दे.ना.} [T] {784}