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________________ 104 क्र. | प्रकाशन नाम एवं परिचय 133 सूत्रकृतांगसूत्र [SUTRAKRATANGA SUTRA] {सू. कृ. सूत्र सह श्रीचंद सुराणा कृत (हिं.) अनु., विवे.) भाग 1-2 {दे.ना. } [T, S] [78, 122} 134 आगम सुत्ताणि (सटीकं) [सूत्रकृताङ्गसूत्रम् (सू. कृ. सूत्र सह निर्युक्ति, शीलांकी टीका भाग 2 {दे.ना., गु.) [S] [78, 79, 81 } 135 सूचगडांग सूत्र (सू. कृ. सूत्र सह | उर्मिलाबाई महासतीजी कृत (गु.) शब्दार्थ, अनु., विवे. } भाग 1-2 {गु., दे.ना. } [S] [78, 96 136 प्राण प्रबोध (सू. कृ. सूत्र के प्राणकुंवरबाई महासतीजी कृत (गु.) प्रव. 101 (श्रु. 1 अ. 2. 1)} (गु.) (133) 137 अभ्युदय आगम सुत्ताणि (सूयगडो) {सू. कृ. सूत्र मूल} भाग 2 (दे. ना. ) [[S] [78} 138 सूत्रकृताङ्गसूत्रम् (सू. कृ. सूत्र सह अमोलकचषिजी कृत (हिं.) अनु {दे. ना. } [T] ( 78,95) 140 सूयगडो (सू. कृ. सूत्र सह महाप्रज्ञजी कृत छाया; अनु. और टिप्पन का | रश्मिभाई झवेरी कृत (गु.) भाषां.) भाग 1-2 (गु., दे.ना. } [T, S] {78, 91, 121} 2. सूत्रकृतांगसूत्र | Chapter 16] {सू.कृ. सूत्र सह कांतिलाल खेमचंद कापडिया डॉ. कृत (अं.) अनु. [श्रु.1]} part 1 ( रो., दे.ना. } {78, 116} | प्रकाशक ( ग्रंथमाला } आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर (जिनागम ग्रंथमाला ग्रंथांक 9, 10} 142 सूत्रकृतांग (सू. कृ. सूत्र सह कांतिलाल | खेमचंद कापडिया डॉ. कृत (गु.) अनु. } भाग 1-2 (गु., दे.ना.} {78, 118) 143 सूत्रकृताङ्गम् (सू.कृ. सूत्र मूल} आगम श्रुत प्रकाशन गुरुप्राण फाउन्डेशन, महावीर सेवा ट्रस्ट, राजकोट (आगमबत्रीसी रत्न 9 } महावीर सेवा ट्रस्ट, राजकोट आनंद प्रकाशन, 139 सूत्रकृताङ्गम् {सू. कृ. सूत्र सह निर्युक्ति, शीलांकी टीका) (दे.ना., गु.} अमदावाद, (P) |[T, S] [78, 79, 81 } आगमोदय समिति जैन विश्व भारती अमोल जैन ज्ञानालय 141 SUTRAKRITANGA [Chapter 1 TO कांतिलाल खेमचंद कापडिया डॉ. रत्नसागर प्रकाशन निधि संयो. - जितरत्नसागरसूरि, संशो.- दीपरत्नसागरजी, संपा. चंद्ररत्नसागरसूरि कांतिलाल खेमचंद | कापडिया डॉ. संपादक, संशोधक आदि संपा. श्रीचंद सुराणा, पूर्व संयो., | प्रधान संपा. -मिश्रीमलजी मुनि जैनानंद पुस्तकालय संशो. संपा. दीपरत्नसागरजी प्रधान संपा. लीलमबाई महासतीजी, सहसंपादिका आरतीबाई महासतीजी डॉ. सुबोधिकाबाई साध्वी | संपादिका-विरलबाई साध्वी संयो. कल्याणऋषि, संपा - शोभाचंद्रजी भारिल्ल प्रबंध संपा. श्रीचंद रामपुरीया, संपा. महाप्रज्ञजी आचार्य | संपा. कांतिलाल खेमचंद कापडिया डॉ. (4) | संपा. - कांतिलाल खेमचंद कापडिया डॉ. (#) वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 2056 (3) |734 (B) संपा. पूर्णचंद्रसागरजी गणि, 2056 (3T.) 480 (C) 20562061 (1) संपा. अक्षयचंद्रसागरजी गणि, 2059 पूर्व संशो. पूर्व संपा. सागरानंदमूरि (पु.म.) " 2056 (1) 2057 (1) 2058 (3) 20592061 (1) 464+288= |752 (B) | 648 (C) 131 (E) 408 (C) 447 (P) 466+392= 858 (B) 2060 (1) 176 (C) 2061 (1) 176+180= | 356 (C) 2061 (1) 128 (P)
SR No.002326
Book TitleAgam Prakashan Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirav B Dagli
PublisherGitarth Ganga
Publication Year2015
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size12 MB
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