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आगम प्रकाशन परिचय
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क्र. प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 121 सूयगडांग सूत्र (सुबोध भाषांतर टिप्पणी | अनिलकांत बटुकभाई संपा.-डुंगरशी मुनि
2032 (1) 268 (C) a आदि सहित) (सू.कृ.सूत्र सह डुंगरशी मुनि भरवाडा (गुलाबवीर
कृत (गु.) अनु.) (दे.ना.,गु.} {78,112a) ग्रंथमाला रत्न 71} 122 सूयगडंगसुत्तं [सूत्रकृताङ्गसूत्रम्] महावीर जैन विद्यालय संपा.-जंबूविजयजी (आगमप्रज्ञ)/2034 (1) 469 (B)
[SUYAGADAMGASUTTAM] {जैन आगम ग्रंथमाला [SUTRAKRTANGASUTRAM]{सू.कृ. ग्रं.27(2)}
सूत्र मूल) {दे.ना., गु., रो.) [T, S] {78) 123 सूत्रकृतांगसूत्र {सू.कृ.सूत्र सह आत्मज्ञानपीठ प्रधान संपा.-अमरमुनिजी |2036- 1040+488%D हेमचंद्रजी मुनि कृत छाया, (हिं.) अन्व.,
उपप्रवर्तक, सह संपा. नेमिचंद्र
2038 (अ.) 1528 (C) विवे., (0.1) का अनु.) भाग 1-2
मुनि | {दे.ना.} [T, S] {78, 90, 103) सूयगडंगसुत्तं (पढमो सुयक्खंधो) आगम अनुयोग प्रकाशन, संयो.-श्रीचंद सुराणा,
| 2037 (1) 160 (B) [सूत्रकृतांग सूत्र] [प्रथम श्रुतस्कंध] सांडेराव
संपा.-कन्हैयालालजी मुनि {सू.कृ.सूत्र मूल (श्रु.1)} {दे.ना.} {78}
(कमल) सूयगडो (सू.कृ.सूत्र सह आनंद वाडीलाल मोहनलाल शाह संशो.-धन्यमुनि कवि 2042 (1) 204 (D) स्वाध्यायी कृत (गु.) अन्व. {मणिगुरु पुष्प 19}
(श्रु.1→अ.5)} {गु.} {78, 99) 126 सूयगड सुत्तं {सू.कृ.सूत्र सह प्राकृत भारती अकादमी, संपा.-चंद्रप्रभसागरजी 2046 (अ.) 166 (C)
ललितप्रभसागरजी कृत (हिं.) अनु. जितयशाश्री फाउंडेशन, महोपाध्याय, ललितप्रभसागरजी (श्रु.1)} भाग 1 {दे.ना.} {78, 113} जैन श्वेतांबर नाकोडा उपाध्याय
पार्श्वनाथ तीर्थ, मेवानगर
{पुष्प 69} 127 सूत्रकृताङ्ग सूत्रम् (सू.कृ.सूत्र सह हर्षपुष्यामृत जैन ग्रंथमाला संशो., संपा.-जिनेन्द्रसूरि 2048- 1452+356+
534%3D1342 नियुक्ति, चूर्णि, शीलांकी टीका, {ग्रं. 243)
2049 (1)
(P) साधुरंग गणिजी कृत टीका और (श्रु.1→अ.1, श्रु.2 →अ.7वाँ) की हर्षकुल गणिजी कृत दीपिका टीका) भाग 1-3 {दे.ना.} [T, S] {78, 79, 80,
81, 82, 83} 128 सूत्रकृताङ्गदीपिका {सू.कृ.सूत्र सह जिनशासन आराधना ट्रस्ट संशो., संपा.-कल्याणबोधिसूरि, 2049 (अ.) |150 (P)
हर्षकुल गणिजी कृत दीपिका टीका {आगम प्रकाशन माला संयमबोधिविजयजी (श्रु.दूसरा)} विभाग 2 {दे.ना., गु.)
[T, S] {78, 82) 129 45 आगमसुत्ताणि (सूयगडो) आगम श्रुत प्रकाशन संशो., संपा.-दीपरत्नसागरजी |2052 (अ.) 120 (C)
{सू.कृ.सूत्र मूल} {दे.ना., गु.}
{78} 130 सूत्रकृताङ्गम् (सू.कृ.सूत्र सह जिनशासन आराधना पूर्व संशो., पूर्व
2052 244+191%3D नियुक्ति, शीलांकी टीका) भाग 1-2 ट्रस्ट, (P) आगमोदय संपा.-सागरानंदसूरि (#) (पु.मु.) 435 (P) (दे.ना., गु.) [T, S] {78, 79,81) समिति सूयगडो [सूयगडाङ्ग सूत्र मूल] अखिल भारतीय सुधर्म संपा.-रतनलाल डोशी, 2054 (1) 96 (D) {सू.कृ.सूत्र मूल} {दे.ना.) [T] {78} जैन संस्कृति रक्षक संघ पारसमल चण्डालिया
(रत्न 91} वरसे वादळ हरखे हैयां (सू.कृ.सूत्र सह श्रतज्ञान संस्कार पीठ संक., संपा.-राजशेखरसूरि । 2055- 304+208+ राजेन्द्रसूरिजी कृत (गु.) अनु., विवे.)
2062 (अ.) 320...-2146
(C) भाग 1-7 {गु., दे.ना.} {78, 123}
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