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1. आचारांगसूत्र
प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) चिन्तन, मनन एवं अनुशीलन) उमरावमल चोरडिया {आचा.सूत्र का मुक्तिप्रभा साध्वीजी {पुष्प 108) कृत अंशसंग्रह (हिं.) अनु., विवे. युक्त} {दे.ना.} {71} आचारांग का नीतिशास्त्रीय अध्ययन पार्श्वनाथ विद्यापीठ, राज प्रधान संपा.-सागरमल जैन डॉ. 2051 (1) 312 (C) {आचा.सूत्र आधारित भाषा-पाश्चात्य राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट नीतिशास्त्र के सिद्धांतों के परिप्रेक्ष्य में |{पार्श्व विद्या. ग्रंथ. 80} तत्त्वज्ञान-साध्वाचार आदि विषयक प्रियदर्शनाश्रीजी कृत समीक्षात्मक
(हिं.) अध्ययन} {दे.ना.} [S] {75} 5345-आगमसुत्ताणि (आयारो) आगम श्रुत प्रकाशन संशो., संपा.-दीपरत्नसागरजी 2052 (अ.) 128 (C)
{आचा.सूत्र मूल} {दे.ना.} {1} 54 आचारांगसूत्रम् {आचा.सूत्र मूल) महाराष्ट्र भुवन जैन संपा.-चंद्रगुप्तसूरि
2052 (1) 176 (D) (दे.ना.} [T] {1}
धर्मशाळा | आचाराग-सूत्रम् (प्रथम श्रुतस्कन्धः) कल्याणजी सोभागचंद संपा.-पद्मसेनविजयजी पंन्यास |2053 124 (C) {आचा.सूत्र सह कुलचंद्रसूरिजी कृत जैन पेढी टीका [श्रु.1]} {दे.ना.} {1, 18} (पिंडवाडा जैन संघ) आचाराङ्ग : पढम सुत-खंध पढम
प्राकृत जैन विद्या विकास संपा.-के. आर. चंद्र डॉ. 2053 (अ.) 360 (C) अज्झयन (आचा.सूत्र मूल (प्राचीन
फंड {ग्रंथांक 13} भाषिक दृष्टि से संपादित)
[श्रु.1→अ.1]} {दे.ना., रो.} [S] {1} 57 आयारो (आचाराङ्ग सूत्र मूल) अखिल भारतीय सुधर्म संपा.-रतनलाल डोशी, 2054 (1) 118 (E) {आचा.सूत्र मूल}{दे.ना.} {1} जैन संस्कृति रक्षक संघ पारसमल चण्डालिया
{रत्न 90) 58 जैनागम नवनीत प्रश्नोत्तर
जैनागम नवनीत प्रकाशन संयो.-लालचंद्रजी जैन, 2054 (अ.) 288 (C) (आचारांग-सूत्र) {आचा.सूत्र के समिति (जैनागम नवनीत ललितचंद्र मणिलाल शेठ तिलोकमुनिजी कृत (हिं.) प्रश्नोत्तर) प्रश्नोत्तर पुष्प 3, 4) खंड 1-2 {दे.ना.} {65} आचाराङ्ग-सूत्रम् (प्रथम श्रुतस्कन्धः) नवकार फ्लेट जैन श्वे. संपा.-पद्मसेनविजयजी पंन्यास 2054 123 (C) {आचा.सूत्र सह कुलचंद्रसूरिजी कृत मू.पू. संघ
(पु.मु.) टीका [श्रु.1]} {दे.ना.} {1, 18} 60 आचारांगसूत्रनां व्याख्यानो पदार्थ दर्शन ट्रस्ट संपा.-नरवाहनसूरि
344+316+ {आचा.सूत्र के रामचंद्रसूरिजी के {सूरिरामनी वाणी ज्ञान
2055 (अ.) 300%D960
(P) (गु.) प्रव.43 [श्रु.1→अ.1]} भाग 1-3 रत्नोनी खाणी प्रत 4}
{गु.) (62) 61 आचारांगसूत्र {आचा.सूत्र सह गुरुप्राण फाउन्डेशन प्रधान संपा.-लीलमबाई 2055- 496+448%D हसुमतीबाई महासतीजी और {आगमबत्रीसी रत्न 7} महासतीजी
2062 (1) 944 (B) पुष्पाबाई महासतीजी कृत (गु.) शब्दार्थ, अनु., विवे.} भाग 1-2 {गु., दे.ना.} [S] {1, 19} आचारागसूत्रम् {आचा.सूत्र सह परमपद प्रकाशन, (P) संपा.-तत्त्वदर्शनविजयजी 2055- |334+125%3D नियुक्ति, शीलांकी टीका) भाग 1-2 आगमोदय समिति
2056 (अ.) 459 (P) {दे.ना.} [T, S]{1, 2,4)
प्रजाजन,
2054