________________
आगम कृति परिचय
स्वरूप
पे. | कर्ता
संवत्
कृति विशेषनाम भाषा गद्य-पद्य परिमाण आदि-अंत*प्र.क्र.
1187 टीका (2)
1 पूर्वाचार्य
1188
2 | गुणरत्नसूरि
वि. 1484#
1399, 1410, 1411, 1415, 1416, 1417, 1423, 1426, 1430, 1432, 1435, 1436, 1437, 1439, 1440, 1449, 1450, 1451, 1465, 1480, 1482, 1484, 1492, 1510, 1523, 1776447} 'बृहद्विवरण' * (सं.) * गद्य * (गाथा 63) ग्रं.1080 {त्रैलोक्यप्रकटप्रभावशुभगं भूष्णुप्रभं शोभते...सीसा पत्तेयबुद्धा वा'।।) {1027} (सं.) * गद्य * (गाथा 63) {सहावद्येन पापेन वर्तन्त... ध्यायेत्यादि, शेषं पूर्ववत्।। {1027, 1489) (सं.) * गद्य * (गाथा 63) {प्रथमं षडावश्यकनामानि। सावद्ययोगविरतिः...मुक्तिसुखानां कारणं सफलमित्यर्थः।।) {1027} (सं.) * गद्य * (गाथा 63) {इदमध्ययनं परमपदप्राप्तिबीज. भूतत्वात् श्रेयोभूतम्।...ज्ञापितं भवतीति गाथार्थः। 163 ।।) {1023, 1025, 1027, 1492, 1523=5}
1189 अवचूरि (3)|1| अज्ञात
1190
2 | सोमसुंदरसूरि
वि. 14502
| 1191 टिप्पण (4)
गुणरत्नसूरि
1192 बा.बो. (5)
विनयविजयजी उपाध्याय
1193 छाया (6)
वि. 1484%2 (सं.) * गद्य * (गाथा 63) {सामायिक:-1 उत्कीर्तना 24...तदेव।
उक्तसाधोः लक्षणमध्ययनमिति।।) {1027} वि. 17292 (मा.गु.) * गद्य * (गाथा 63) {ॐ नत्वा चतुःशरण
प्रकीर्णकशिरोमणेः।...श्रीपल्लिकानगरे लिखीकृतः।। श्रीरस्तु।।)
{1027) वि. 1957P (सं.)* पद्य * (गाथा 63) {1416} वि. 1977P | (सं.)* पद्य * (गाथा 63) {1423,1465) वि. 1983P | (सं.)* पद्य * (गाथा 63) {1426, 1480, 1484) वि. 2064P (सं.)* पद्य * (गाथा 63) {1027) वि. 1957P (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {1415, 1416}
1 अज्ञात | 2 | अजितसागरसूरि 3 सागरानंदसूरि (#)
अज्ञात
1194
1195
1196
1197 शब्द., अनु.
अज्ञात
बालाभाई खुशाल हाजी (2) वि. 1954P
1199
2 | अज्ञात 3 | अजितसागरसूरि
वि. 1962P वि. 1977P
1200
1201
4 | कनकचंद्रसूरि
वि. 1997P
(गु.) * गद्य * (गाथा 63) {(मंगला.) -परम पद प्राप्तिनो... सफल कारण छ।16311) {1019,1020) (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {1417, 1437, 1450, 1451) (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {पाप व्यापारथी निवर्तवा...संध्याए ध्यान कर।।6311} {1021, 1423, 1427, 1430, 1432, 1439, 1465, 1482%D8} 'स्पष्टीकरणयुक्त' * (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {1435, 1436} | (अं.) * गद्य * (गाथा 63) {1022} (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {1449) 'विशेष स्पष्टीकरणयुक्त' * (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {1463, 1537)
1202
1203
5 K. R. Norman 6| नरेन्द्रसागरसूरि (#) 7 | दीपरत्नसागरजी
वि. 2030P वि. 2039P वि. 2053P
1204