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153. तेजी कुछ समय के लिए बर्दाश्त की जा सकती है, हमेशा के लिए नहीं । नम्रतासरलता स्वर्ग का द्वार है।
154. बालक का जीवन वह टकसाल है, जिसमें चाहे जैसे सिक्के ढ़ाले जा सकते है।
155. जब मरना ही है तो प्यासे मरने की बजाय तृप्त होकर मरना अच्छा है।
156. जिसमें दया नहीं वह स्वयं दयनीय है। 157. साधु नमें एता टले, काल जाल जम चोट । 158. शीश नमाया झड़ पड़े, लाख पापन की पोट || दोहा॥
159. रुपगर्विता तितली जैसी लाखों ललनाएँ मिलती है।
160. महल छोड़कर वल्कल पहने, वनवासी वह 'सिया' कहाँ है।।
161. अप्पणा सच्च मे सेज्जा सत्य को आत्मा से खोजना ।
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162. His Life was his message. 163. जंजीरों से न बंध पाने वाले दिल से बंध जाते है।
164. दुःख को भूल जाना ही दुःख की दवा है। 165. इतना नेक आदमी मिलना मुश्किल है जो यह कहे 'मैं बुरा हूँ' ।
166. मान-रहित पत्नी और क्रोध-रहित साधु दोनों ही दुर्लभ है।
167. मित्र दूर रहकर भी करीब होता है। 168. यह जगत तो पूर्णतः न्याय स्वरूप है। 169. कारण बिना कार्य नही होता तथा जहाँ कार्य होता है वहाँ कारण अवश्य होना चाहिए ।
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170. “मन हारा है”
दीपशिखा की जगमग ज्योति, लेकिन मानव मनमें अंधियारा है
जीवन के इस महा समर में, घट गया तेल "मन हारा है”।
बुझी हुई उस मन की लौ को, आशा की लौ से सुलगाओ।
. माटी के दीपक अब छोड़ो। अपने मन के दीप जलाओ ।
171. निराशा छोड़ दो व्यापार को बदलदो
विद्युत न पहुचाएं पुराने तार को बदल दो है तमन्ना अगर ओरों को बदलने की अरे ! पहले स्वयं के व्यवहार को बदल दो।
172. Speech is Silver but silent is Gold. 173. Everyman is Volume. If you know how to read him.
174. मच्छरदानी के बाहर हजारों मच्छर हो
तो कोई बात नहीं, परन्तु मच्छरदानी के भीतर एक भी मच्छर है तो शांति नहीं रहने देगा।
175. सौभाग्य ( सर्वप्रिय) हर ज्ञानी का साथी है। 176. जो पास में नहीं है, उसे प्राप्त करना है।
जो पास में है, उससे संतोष नहीं, जो अच्छा लगता है, वह मिलता नहीं। प्रायः जो मिलता है, वह अच्छा नहीं लगता। 177. Pleasure is Flower that Fades.
Remembrance is the lasting perfume. 178. सन् 2009 के विहार में अध्यक्ष माम्बलम