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________________ 7. बच्चे झगड़ते है । सुनते नहीं है । 34. ससुरजी घर में दिन भर बैठे रहते है। 8. जमाई कुव्यसनी बना हुआ है। 35. बहु देर से उठती है। 9. पत्नी कर्कशा है। 36. परिवार में आना जाना नहीं है। 10. किसी ने मेरे ऊपर कर दिया है । 37. पति को गुस्सा बहुत आता है । 11. खराब स्वप्न आते है । 38. सासू पड़ोसिनों को घर की बातें बोलती है। 12. टी.वी. में दिन भर फिल्में चल रही है। 39. नौकर चोरी करते है व सुनते नहीं है । 13. बहुएं धर्म ध्यान नहीं करती है । 40. बड़ा भाई आदेश की भाषा में बोलता है । 14. बहु "काम कम आराम ज्यादा'' करती है। 41. पति गुटके आदि खाते व पीते है। 15. पिता व माता दोनों पक्षपाती है । 42. बच्चे बराबर पढ़ते नहीं है, टी.वी देखते है । 16. सासु भेदभाव रखती है । 43. बड़ो के बीच बोलने की आदत पड़ गई है। 17. भाई लाट साहब बना हुआ है। 44. बेटा बहू की सुनता है, मेरी नहीं । 18. पुत्र दुर्व्यसनी है। 45. बाजार में खाने की आदत पड़ गई है। 19. घर में बीमारी पीछा नहीं छोड़ती है। 46. सोफे में दिन भर पड़े रहते है। 20. पड़ोसी नालायक है । 47. लड़के दिन भर क्रिकेट में लगे रहते है । 21. पड़ोसी से दुःखी हैं । 48. लड़के घर का काम नहीं करते है। 22. सन्तान सुनती नहीं है । 49. संकोच और लज्जा घट रही है । 23. घर में खर्चा बढ़ रहा है। 50. लड़के को पाँच मिनट मेरे पास बैठने का टाइम नहीं है। 24. बच्चे जिद्दी बनते जा रहे है । 51. कोर्टो के चक्कर लगाने पड़ रहे है। 25. सासूजी टोकती रहती है। 52. इन्कम टैक्स वालों से परेशान है । 26. पति-पत्नी के स्वभाव में मेल नहीं है । 53. परिवार में धर्म संस्कार नहीं दिये जा रहे है। 27. सासु से चुगली खाते है । 54. बड़ो में धर्म का प्रभाव (शान्ति) नहीं दिख 28. रात में देर तक जागते है। रहा है | बाहरी धर्म करते है । 29. बेटे से चुगली खाती है । 55. गुणवानों की प्रशंसा नहीं हो रही है। 30. घर को होटल (रेस्टारन्ट) बना दिया है। 56. धन व धनवानों के गीत गाए जा रहे है । 31. घर में प्रायः क्लेश होता रहता है। 57. बाल बच्चे बड़ो को आदर युक्त प्रणाम32. आपस में अबोला है । सेवा नहीं कर रहे है। 33. लड़के देर रात तक बाहर रहते है। | 58. लड़के व लड़की फोन नहीं छोड़ते है।
SR No.002325
Book TitleVinay Bodhi Kan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaymuni
PublisherShwetambar Sthanakwasi Jain Sangh
Publication Year2014
Total Pages336
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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