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क्रमाङ्क
537
538
539
540
541
542
543
544
545
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547
548
549
550
551
552
553
554
555
556
557
सूक्ति नम्बर
595
598
221
353
93
354
415
437
477
588
149
165
379
267
338
484
508
527
318
572
555
साँ
श
शा
शि
शी
शु
सूक्ति शीर्षक
संलेखना - प्रशिक्षण संयम में यत्नशील
साँच को आँच नहीं
स्वयंकृत मकड़ी जाल
स्वाध्याय, परमतप
स्वकृत व्यथा
स्वामी अदत्त, अग्राह्य
स्वच्छन्दाचारी
स्वदमन श्रेष्ठ
स्वजन संवास अनित्य
शरीर कैसा ?
शत्रु-मित्र में समता शक्ति का सदुपयोग
शास्त्र: ज्योति
शाश्वत सुखाकांक्षी
शिष्य - विनयशीलता
शिष्य - विनय
शिक्षा - प्राप्ति किसे ?
शील सम्पन्न विनीत
शीघ्र, सम्भल
शुद्धवचन
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 • 263