________________
क्रमाङ्क सूक्ति
साशापक
405
343
लक्ष्मी जाने का मार्ग लक्ष्यानुरूप गति
406
567
407
159
236
408 409
237
410 411
240 243
लोहे के चने चबाना लोभी-लालची लोभी लोभी झूठों का सरदार लोभी-लालची की प्रवृत्ति लोक-स्वरूप लोकैषणा-त्याग लोकरंजनार्थ धर्म-त्याग लोभ जय-फल
412
319
413
359
414 415
361 394
व
416
90
417
249
418
395
419
396
420
398
421
424 473
वही अनशन श्रेष्ठ वही निर्ग्रन्थ वचनगुप्त कौन ? वचनगुप्ति-फल वन्दन से लाभ वह वचनगुप्त नहीं वचन-नीति वही पूज्य वचन-सहिष्णु वही पूज्य वही पूज्य
422
423
522
424
524
425
526
532
427
439
428
453
वाचना से निर्जरा वाणी-विनय वाचाल, बहिष्कृत
429
457
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 . 258