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क्रमाङ्क
सक्ति नम्बर -
सक्ति शीर्षक
398 399
383 402 112
साधक जलकमलवत् साधु-वाणी साधक कैसा हो ? साधक क्रुद्ध न हो !
400 401
467
402
सिद्धि-सूत्र
403
404
207 262 327
सुमन-सौरभवत् सुरनरपूजित, ब्रह्मचर्य सुविनीत, सुशिक्षित
405
406
330
118
140
407 408 409 410
216 237 349
411
संवृतेन्द्रिय संतीर्ण संकल्प-विकल्प संयम संघ-क्षमापना संसार-बीज संयत साधु कौन ? संतजनों की मीठी वाणी संप्रेक्षा संसार व्यथित
412
352
398
413 414 415
407
458
416
463
81
417 418
206 470
419
420
'421
123 106 156
स्पर्श-वीतराग स्वभाव-वैचित्र्य स्वचिकित्सक स्पर्श दमन स्पृही की दृष्टि में: जगत् स्मृति स्वाध्याय तप स्वार्थवश जीवपीड़ा स्वाध्यायरत
422 423
424
425
423
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-5 • 220