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क्रमाङ्क
154
155
156
157
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161
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173
174
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176
177
178
179
180
सूक्ति नम्बर
295
301
48
72
107
114
143
159
445
212
316
368
370
381
391
392
395
396
403
4
435
31
32
91
94
96
97
ना
नि
नी
निः
सूक्ति शीर्षक
नमनीय कौन ?
नाच रंग विडम्बना
निर्लोभ
निर्लिप्त आत्मा
निस्पृही की दृष्टि में: जगत्
निरपेक्ष मुनि
निर्बल, खिन्न
निष्काम
निर्भय रहो
निरभिमान सेवा
निशा
निम्नोत्कृष्ट तप-संयम निर्भय ज्ञानाधिपति मुनि
निष्काम साधना
निश्चयात्मक वचन त्याज्य निश्चयात्मक भाषा - वर्जन
निष्पाप वाणी
निरवद्य भाषा निष्पक्ष साधक
नीतिशास्त्र का सार
निःस्पृही भिक्षु
पञ्चपवित्र सिद्धान्त
पञ्च प्रमाद
परिग्रहः वटवृक्ष
परिग्रहः अर्गला
परिग्रहः जाल परिग्रह के विविध रूप
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-5 • 211