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________________ कीड़ा क्रोध व्याकुलता गदिणाम गहण गति गमन गतिनाम ग्रहण कनखजूरा अकारान्त पु. 115 अकारान्त पु. 138 अकारान्त पु. ____138 अकारान्त पु. 115, 116, 117, 126 इकारान्त स्त्री. 119, 128, 129 128 अकारान्त पु., नपुं. 119 अकारान्त नपुं. 148 ईकारान्त स्त्री. 115 अकारान्त पु., नपुं. 124, 126, 127 उकारान्त पु. 136 अकारान्त नपुं. 129 अकारान्त नपुं. 130 आकारान्त स्त्री. 139 अकारान्त नपुं. 106, 107 अकारान्त नपुं. 131, 138 गुंभी गुण गुरु ग्रहण चक्रभ्रमण ग्गहण चक्क्वाल चरिया चारित्त चित्त चर्या चारित्र मन चित्त 135 चेटा प्रयत्न चेतन चेतनता 124 चेदण चेदणदा चेदणा च्छिद्द आकारान्त स्त्री. 136 अकारान्त पु. 109 आकारान्त स्त्री. आकारान्त स्त्री. अकारान्त नपुं. 141 आकारान्त स्त्री. 125 चेतना ____127 स्रोत जाणणा अनुभव करना पंचास्तिकाय (खण्ड-2) नवपदार्थ-अधिकार (65)
SR No.002307
Book TitlePanchastikay Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani, Shakuntala Jain
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2014
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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