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३८) अनुयोगद्वार सूत्र : (युवाचार्य मधुकर मुनि) प्रस्तावना पृ. ११ ३९) सपाडिक्कमणो धम्मो .....कारण जाए पडिक्कमणं ॥
आवश्यक नियुक्ति - गाथा १२४४ क) आवश्यक सूत्र (युवाचार्य मधुकर मुनि) पृ. ५९ ख) सामायिक धर्म नुं विज्ञान (ले. भद्रंकर विजयजी) पृ. ७८
सामायिक - विशुद्धात्मा, सर्वथा धातिकर्मणाः । क्षायोत्केवलमाप्नोति, लोकालोक प्रकाशकम् ॥
हरिभद्र अष्टक - प्रकरण ३०-१ ४२) क) जो समो सव्वभूएसु........ इइ केवलि- भासियं ॥
आवश्यक नियुक्ति, ७९९ ख) अनुयोग द्वार - पृ. १२८
ग) नियम सार गाथा - पृ. १२७ ४३) क) जस्स सामाणिओ अप्पा .... इइ केवलि भासियं ॥
आवश्यक नियुक्ति ७९८ ख) अनुयोग द्वार १२७
ग) नियम सार १२७ ४४) सामाइयं संखेवो चोद्दस पुव्वत्थपिंडोत्ति ।।
विशेषावश्यक भाष्य : (आ. जिनभद्रगणि क्षमा श्रमण) गाथा २७९६ ४५) तत्वार्थ वृत्ति : (उपाध्याय यशोविजयजी) प्र.१, गा. १ ४६) आया णे अज्जो ! सामाइए, आयाणे अज्जो !
सामाइयस्स अट्टे - जाव आयाणे +अज्जो।
क) भगवती सूत्र : (युवाचार्य मधुकर मुनि) पृ. १३० ___ ख) धर्मकथानुयोग : द्वितीय स्कंध - सूत्र - ५६८
आदिमंगलं समाइयज्झयणां .... सामाइयज्झयणं मंगलं भवति ।
आवश्यक चूर्णि ४८) आवश्यक नियुक्ति, गाथा ७९६ ४९) समाइयं च तिविहं, समत्तं .... आगारमणगारियं चेव ॥ आवश्यक नियुक्ति ७९७
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