________________
(१२) दृष्टिवादांग सूत्र
इन बारह अंगों में से बारहवाँ दृष्टिवादांग लुप्त हो जाने से ग्यारह अंग सूत्र के ज्ञाता श्री उपाध्यायजी महाराज हैं।
बारह उपांग सूत्रों के नाम
(१) श्रीउववाइअं-ौपपातिक उपांगसूत्र (२) श्रीरायप्पसेरिणग्रं-राजप्रश्नीय उपांगसूत्र (३) श्रीजीवाभिगम उपांगसूत्र (४) श्रोपण्णवणा-प्रज्ञापना उपांगसूत्र (५) श्रीजंबुद्दीवपण्णात्ती-जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति उपांगसूत्र (६) श्रीचंदपण्णत्ती-चन्द्रप्रज्ञप्ति उपांगसूत्र (७) श्रीसूरपण्णत्ती-सूर्यप्रज्ञप्ति उपांगसूत्र (८) श्रीकप्पियाणं-कल्पिका उपांगसूत्र (९) श्रीकप्पडिसयाणं-कल्पावतंसक उपांगसूत्र १०) श्रीपुफियाणं-पुष्पिता उपांगसूत्र ११) श्रीपुप्फचूलियाणं-पुष्पचूलिका उपांगसूत्र १२) श्रीवण्हियाणं-वण्हिदसाणं-वृष्णिदशा उपांगसूत्र
श्रीसिद्धचक्र-नवपदस्वरूपदर्शन-१०७