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संस्कृत व्याकरण - शास्त्र का इतिहास
कितना है धौर प्रोक्त भाग कितना है । चान्द्र में भी। इस पर विचार लिखें । चान्द्र ने पाणिनि की छोड़ी हुई बातें, पुरातन वैयाकरणों से कितनी ली हैं ।
गोपथ ब्राह्मण के समय बहुत वैयाकरण थे । पाश्चात्य भाषा विज्ञान पर चोट करें, स्थान २ पर ।
पत्र डालते रहें, नई बातें लिखते रहें । कल दीवान बहादुर जी को लिफाफा डाल दिया था । उन से मिल लें ।
( १९ )
श्रोम्
भगवद्दत्त
नई देहली
२०-१२-४८
प्रियवर पण्डित जी,
नमस्ते । शाकटायन के टि० वाला कार्ड मिल गया था । १५ मेरा विचार है शाकटायन के अनेक सूत्र पुराने हैं। गंभीर विचार करें । इन्द्र ने, छन्दः शास्त्र पढ़ाया इस का उल्लेख मैंने वै० वा० ब्राह्मण भाग में किया है । आपका १७ का कार्ड आज मिला। मनु के दिव्य वर्ष मुझे भी सौर वर्ष दिखाई देते हैं। मैंने पं० ईश्वरचन्द्र जी से यह बात की थी । देवों में सौर वर्ष चलता था । पारसी ग्रन्थों में लिखा है २० कि यम ने सौर वर्ष चलाया ।
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आपका विचार ठीक है । रूपरेखा दे दें। पर यहां आना पड़ेगा। डा० अग्रवाल जी को सूत्र पाठ दे दिया था। डा० रघुवीर जी यहां नहीं हैं । मैं २८ को कलकत्ता जा रहा हूं। आर्य महा सम्मेलन पर । ०) रु० कागज का भेज चुका हूं। अभी श्री देवेन्द्रजी का पत्र कागज चलने का नहीं आया । प्रब कागज पहुंचते ही शीघ्र काम कराएं । पत्र लिखते रहें। शिक्षासूत्रों में कौशिकोयाः श्लोकाः पर इतिहास में. नोट लिखें । आशिल से पूर्व, वृत्तिकार कौन थे । सब लिखें। अब ग्रन्थ कितना सुन्दर हो गया हैं, अवश्य लिखें ।
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भगवद्दत्त