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________________ मकाण्ड: ३] मणिप्रभा'व्याख्योपेत: श्योत्रं तु योक्त्रमाबन्धः २कोटिशो लोष्ठभेदनः ।। ५५७ ॥ ३मेधिर्मेथिः खलेवाली . खले गोबन्धदारु यत् । ४शूद्रोऽन्त्यवर्णो वृषलः पद्यः पज्जो जघन्यजः ॥ ५५८॥ पते तु मूर्धावसिक्तादा रथकृन्मिश्रजातयः । ६क्षत्रियायां द्विजान्मूर्धासिक्को ७विट नियां पुनः ॥ ५५६ ।। अम्बष्ठोऽथ पारशवनिषादौ शूद्रयोषिति । क्षत्राद् माहिष्यो वैश्याया१०मुप्रस्तु वृषल खियाम् ॥ ५६०॥ ११वैश्यात्तु करणः १२शूद्रात्त्वायोगवो विशः खियाम्। १३क्षत्रियायां पुनः क्षत्ता १४चण्डालो ब्राह्मणस्त्रियाम् ।। ५६१॥ १५वैश्यात्तु मागधः क्षत्र्यां १६वैदेहको द्विजस्त्रियाम् । १. 'जोती, या नाधा'के ३ नाम हैं-योत्रम्, योक्त्रम्, श्राबन्धः॥ २. हेंगा, पटेला'के २ नाम हैं-कोटिशः (+कोटीशः), लोष्ठभेदनः ॥ ३ 'मह' (दवनीमें चलते हुए बैलोंको .बांधने के खम्भे'के ३ नाम है-मेधिः, मेथि: ( २ पु स्त्री), खलेवाली ।। ___४. 'शूद्र'के ६ नाम हैं-शूद्रः, अन्त्यवर्णः, · वृषलः, पद्यः, पज्ज:, जघन्यजः ॥ ५. 'मूर्धावसिक्त' (५५६ श्लो० )से आरम्भकर स्थकारकः' (५८१ श्लो० ) तक वर्णित जाति वर्णसङ्कर शूद्र जाति' है। ६. 'ब्राह्मणसे क्षत्रिय स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-मूर्धावसिक्तः ॥ ७. 'ब्राह्मण से क्षत्रिय स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-अम्बष्ठः ।। ८. 'ब्राह्मणसे शुद्रा स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'के २ नाम है-पारशवः, निषादः ॥ ... ६. 'क्षत्रियसे वैश्या स्त्रीमें उत्पन्न सन्तानका १ नाम है-माहिष्यः ।। १०. 'क्षत्रियसे शूद्रा स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-उग्रः ॥ ११. 'वैश्य से शूद्रामें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-करणः ।। १२. 'शूद्रसे वैश्या स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-अायोगवः ॥ १३. 'शूद्रसे क्षत्रिया स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-क्षत्ता १४. 'शुद्रसे ब्राह्मणी स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-चण्डालः ॥ १५. 'वैश्यसे क्षत्रिया स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-मागधः ॥ १६. 'वैश्यसे ब्रामणी स्त्रीमें उत्पन्न सन्तान'का १ नाम है-वैदेहकः ॥
SR No.002275
Book TitleAbhidhan Chintamani
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorNemichandra Siddhant Chakravarti, Hargovind Shastri
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1966
Total Pages566
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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