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मर्त्यकाण्ड: ३] 'मणिप्रभा'व्याख्योपेतः
१३३ १ज्येष्ठेऽनूढे परिवेत्ताऽनुजो दारपरिग्रही। २तस्य ज्येष्ठः परिवित्तिर्जाया तु परिवेदिनी॥ १६० ।। ४वृषस्यन्ती कामुकी स्या५दिच्छायुक्ता तु कामुका । ६कृतसापत्निकाऽध्यूढाऽधिविन्नाऽथ पतिव्रता ।। १६१ ॥ एकपत्नी सुचरित्रा साध्वी सत्यसतीत्वरी। पुश्चली चर्षणी बन्ध्यक्यविनीता तु पांसुला ।। १६२॥ स्वैरिणी कुलटा याति या प्रियं साऽभिसारिका । १०वयस्यालिः सखी सध्रीच्य११शिश्वी तु शिशुविना ।। १६३ ॥
१२पतिवत्नी जीवत्पति१३विश्वस्ता विधवा समे। १. 'जेठे भाई के अविवाहित रहनेपर विवाहित छोटे भाई' मा १ नाम है--परिवेत्ता ( - त्त)॥
२. 'विवाहित छोटे भाईका अविवाहित जेठा भाई'का १ नाम है
परिवित्तिः ।।
३. 'परिवेत्ता ( अविवाहित बड़े भाईके विवाहित छोटे भाईकी पत्नी )का १ नाम है-परिवेदिनी ॥
४. 'वृषतुल्य मैथुनकी इच्छा करनेवाली स्त्री'के २ नाम हैं-वषस्यन्ती, कामुकी ।।
५. 'सामान्यत: मैथुनेच्छा करनेवाली स्त्री'का १ नाम है-कामुका ॥
६.. 'सपत्नी ( सौत ) वाली स्त्री' के '३ नाम हैं-कृतसापत्निका, अध्यूढा, अधिविना ।।
७. 'पतिव्रता स्त्री के ५ नाम है-पतिव्रता, एकपत्नी, सुचरित्रा, साध्वी, सती।।
८. 'व्यभिचारिणी स्त्री'के ह नाम है-असती, इत्वरी, पुंश्चली, चर्षणी, बन्धकी, अविनीता, पांसुला, स्वैरिणी, कुलटा ॥ शेषश्चात्र-कुलटायां तु दु:शृङ्गी बन्धुदा फलकूणिका ।
धर्षणी लाञ्छनी खण्डशीला मदननालिका ।।
त्रिलोचना मनोहारी। ६. 'अभिसारिका ( संकेतित स्थानपर पतिके पास काम-वशीभूत होकर जानेवाली या पतिको बुलानेवाली स्त्री)का १ नाम है-अभिसारिका ।।
१०. 'सखी-सहेली'के ४ नाम हैं-वयस्या, आलि:, सखी, सध्रीची ॥ ११. 'सन्तानहीन स्त्री'का १ नाम है-अशिश्वी ॥ १२. 'सधवा स्त्री के २ नाम हैं -पतिवत्नी, जीवत्पतिः (+सधवा )। १३. 'विधवा स्त्री'के २ नाम हैं-विश्वस्ता, विधवा ॥