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(xl)
श्लोक
मं०
| सं०
७१४
क्र० विषय
श्लोक | क्र० विषय
सं० सं० ६६३ ईशानेन्द्र द्वारा सुघोषा घंटा ६६४ ६८० कामक्रीड़ा का स्थान .. ७४८ का नाद
प्रासाद की मणिपीठिका का ७५२ ६६४ निर्वाण मार्ग विषय में
प्रमाण
. भगवती सूत्र का अभिप्राय
देदीप्यमान शय्या ... ७५३ ६६५ शक्रेन्द्र महाराज को मघवा ।
पाँच प्रकार के काम-भोग ७५५. किस लिये कहा
लोक पाल देवों का वर्णन .७५६ ६६६ देवों की मेघ वृष्टि किस तरह
प्रथम लोकपाल सोमं का वर्णन से होती है
उसका विमान कैसा है; . ७५६ ६६७ ऐरावण हाथी के सम्बंध में ७०८/ विमान का नाम क्या है ६६८ वज्र की वास्तविकता ७११/६८६ तिर्यंच लोक में उनकी ' ७६१... ६६६ शकेन्द्र ने चमरेन्द्र पर वज्र ७१४१ राजधानी के विषय में छोड़ा इसका विवरण
६८७ बाकी के लोक पालों की ७६३ ६७० चमरेन्द्र के विषय में तीन प्रश्न ७१६ । राजधानी के विषय में ६७१ शकेन्द्र-चमरेन्द्र तथा वज्र की ७१८/६८८ चार पटरानियों के विषय में ७६५
ऊर्ध्व-अधोगति के विषय में ६८६ उनके आज्ञावर्ती देव कौन है ७६६ ६७२ शकेन्द्र-चमरेन्द्र को क्यों नहीं ७२३ / ६६० सोमदेव का दक्षिणार्द्ध, ७७१ पकड़ सका
जम्बूद्वीप के उपद्रवों का ज्ञान ६७३ वैमानिक तथा असुर देवों के ७२७/६६१ सोमदेव के पुत्र स्थानीय ग्रह ७७५ पुण्य प्रभाव के विषय में
कितने ६७४ वैमानिक देवों की विकुर्वणा ७३२६६२ सोमराज देव की स्थिति . ७७७ शक्ति कितनी है
६६३ द्वितीय लोक पाल यमराज ७७८ ६७५ वैमानिक देवों की वैकुर्वणा ७३४ का वर्णन
शक्ति के विषय में भगवती |६६४ विमान का स्थान व नाम ७७८ सूत्र का अभिप्राय
६६५ आज्ञावर्ती देव कौन है कितने ७८० ६७६ सामानिक-त्रांयस्त्रिशंक आदि- ७३६ / ६६६ यमदेव द्वारा दक्षिणार्द्ध जम्बू- ७८२
देव-देवियों की विकुर्वणा शक्ति । द्वीप के उपद्रव का ज्ञान ६७७ शकेन्द्र की पटरानी कितनी, ७३६/६६७ किन देवों के पुत्र समान है । उनके नाम
६६८ यमराज की लोकोक्ति . ७८८ ६७८ पटरानियों के पूर्वभव ७४१/६६६ यमराज की स्थिति ७६० ६७६ पटरानियों का परिवार तथा ७४५/७०० तृतीय लोकपाल वरूण देव ७६१ विकुर्वणा शक्ति
का वर्णन