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________________ रचनाकार क्र० | सांकेतिक नाम पूर्ण नाम | र० श्रा०टी० रत्नकरण्ड श्रावकाचार टीका सा० ध० (स०) | सागार धर्मामृत सटीक अन०ध०(स०) अनगार धर्मामृत सटीक इष्टो०टी० इष्टोपदेश टीका गुण० श्रा० ,गुणभू० श्रां० | गुणभूषण श्रावकाचार सो०3०,सोम०० सोमदेव उपासकाध्ययन प०पं०,पद्म०पंच० | पद्मनन्दी पंचविंशतिका (वसुनन्दि-श्रावकाचार प्रकाशक श्री मुनिसंघ सेवा समिति, सागर माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, १९१७ माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, १९१७ वीरसेवा मन्दिर, वाराणसी जीवराज जैन ग्रन्थमाला, शोलापुर, १९७६ | आ० प्रभाचन्द्र पं० आशाधर पं० आशाधर पं० आशाधर आ० गुणभूषण आ० सोमदेव आ० पद्मनन्दी (३४६) ४९. द०सा० दर्शनसार आ० देवसेन श्री जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, वि०सं० २०१८ सम्पा० नाथूराम प्रेमी, बम्बई, वि० सं० १९७४ सम्पा० महावीरजी, वि०नि० २४८८ श्री अनन्त कीर्ति दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, बम्बई, वि०सं० १९७९ श्रीमहावीर जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी,१९७६ चारित्र-सार ५०. | | चा०सा० ५१. अमित० श्रा० चामुण्डराय आ० अमितगति . अमितगति श्रावकाचार आचार्य वसुनन्दि ५२. नी०वा० नीतिवाक्यामृतम् आ० सोमदेव
SR No.002269
Book TitleVasnunandi Shravakachar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSunilsagar, Bhagchandra Jain
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1999
Total Pages466
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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