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________________ ('वसुनन्दि-श्रावकाचार परिशिष्ट ३३९ ५ श्रावकाचार शब्द पृष्ठ संख्या २३ २५ २ पृष्ठ संख्या | शब्द निगोदिया पंचेन्द्रिय योनि ५ | मार्गणा गुणस्थान | जीवसमास उपयोग प्राण संज्ञा अजीव www 20 २७ . २७ २७ शब्द मंगलाचरण इन्द्रभूति गौतम विपुलाचल पर्वत दिव्यध्वनि . राजगृह. देशविरत ग्यारह प्रतिमा प्रतिमा उमास्वामी . पातंजलि नेमिचन्द्र कषाय सम्यग्दर्शन . . लोककथा आप्त प्रभाचन्द्र सप्ततत्त्व पच्चीस दोष अठारह दोष माणिक्यनन्दी समन्तभद्र कवलाहार तत्त्व जीवतत्त्व आत्मा २२,४३ २८ २९,३१ Www ० ० WW०० ३३ ३३,४४ ३४,३६ परमाणु ८,९,१६ पुद्गल अणु १०,११,१३ स्कन्ध अजीव १०,१२,१७ धर्मद्रव्य | अधर्मद्रव्य ११,१२,१३ | आकाश १२ काल | वर्तना १४ | | विश्वसंरचना तीर्थंकर १७,४८ | द्रव्यसंग्रह द्रव्यगुण १७,१९ । अर्थपर्याय १८,३७,४४,४५ अगुरुलघुगुण २०,२१ । व्यंजनपर्याय २०,२४ | अपरिणामी द्रव्य २१ | क्रियावान् द्रव्य १६ 31 १७ संसारी ३८ ३९ ४१ द्रव्य स्थावर स पर्याप्ति
SR No.002269
Book TitleVasnunandi Shravakachar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSunilsagar, Bhagchandra Jain
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1999
Total Pages466
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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