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७. कषाय-विजय क्रोध आने के कारण वैज्ञानिक विश्लेषण द्वारा क्रोध से होने वाले नुकसान आध्यात्मिक विश्लेषण द्वारा क्रोध निरोध के उपाय तनाव के समय होने वाले ग्रन्थियों के कार्य
तान्त्रिक संस्थान से तनाव की निवृत्ति अध्याय-३ अरिहंत परम ध्येय १. हम क्यों आराधना करते हैं?
हमारा और अरिहंत का क्या सम्बन्ध है?
क्या अरिहंत हमें कुछ देते हैं ? २. मन्त्र और चेतना का सम्बन्ध
बॉडी के तीन प्रकार वाणी के चार प्रकार वाणी का ग्रन्थि पर प्रभाव वाणी से ग्रन्थि भेद और अपूर्व आत्म दर्शन अरिहंत-मन्त्र : जप ध्यान अरिहंत-मन्त्र और अक्षर विज्ञान
अरिहंत-मन्त्र और मनोविज्ञान ३. अरिहंत ध्यान दर्शन
ध्यान और कायोत्सर्ग शक्ति और अनुभूति अस्तित्व और व्यक्तित्व कल्पना और भावना
चेतना के ३२ केन्द्र स्थान अध्याय-४ आराधक से आराध्य १. आत्मविकास की प्रथम भूमिका
सम्यक्त्व प्राप्ति के पूर्व सम्यक्त्व प्राप्ति के पश्चात् भावी अरिहंत की भावना
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